लखनऊ/कानपुर।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कानपुर की जानी-मानी सोशल एक्टिविस्ट डा. सुभाषिनी शिवहरे खन्ना को उनकी उल्लेखनीय सामाजिक सेवा के लिए सम्मानित किया। डा. सुभाषिनी एक डेंटिस्ट, उद्यमी और समाजसेविका हैं, जिन्होंने शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के माध्यम से समाज के वंचित वर्गों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


बता दें कि गत वर्ष आगरा में शिवहरे समाज एकता परिषद और शिवहरेवाणी के तत्वावधान में गत वर्ष सितंबर माह में आयोजित ‘मेधावी छात्र-छात्रा सम्मान समारोह’ में डा. सुभाषिनी को सामाजिक सेवा के लिए ‘शिवहरे सेवा-रत्न सम्मान’ से विभूषित किया गया था। डा. सुभाषिनी वर्षों से गरीब और जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रही हैं। उन्होंने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने की मुहीम चलाई है, जिससे सैकड़ों बच्चों का भविष्य संवर रहा है। इसके अलावा, उन्होंने जेलों में बंद महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। उन्होंने महिलाओं को शिक्षा और रोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए, जिसमें मोमबत्ती बनाना, जूट के बैग सिलना और ब्यूटी पार्लर की ट्रेनिंग शामिल है। इससे कई महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला है।


उनकी एक अनूठी पहल ‘खुशियों का पोस्टबॉक्स’ भी चर्चा में रही है। इस पहल के तहत उन्होंने 25,000 से अधिक कपड़े जरूरतमंदों को वितरित किए हैं, जिससे समाज के गरीब तबके को सहारा मिला है। इसके अलावा, डा. सुभाषिनी पर्यावरण संरक्षण में भी सक्रिय हैं। उन्होंने कानपुर में वर्षा जल संचयन परियोजना चलाई है, जिससे जल संकट से निपटने में मदद मिल रही है। यही नहीं, ‘प्यास’ नाम से डा. सुभाषिनी शिवहरे का एक और चर्चित प्रोजेक्ट है जिसके अंतर्गत उनके फाउंडेशन ने कानपुर के पोस्टमार्टम हाउस और कई स्कूलों में वाटर कूलर लगवाएं हैं। स्कूली बच्चों को पानी बोतलें भी बंटवाईं ताकि वे स्कूल में घर से पानी लेकर जाएं। सम्मान समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा, डा. सुभाषिनी जैसी महिलाओं की समाज सेवा दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका कार्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सम्मान से उत्साहित डा. सुभाषिनी ने समाज सेवा को और व्यापक स्तर पर ले जाने की प्रतिबद्धता जताई है।


शिवहरेवाणी से बातचीत में डा. सुभाषिनी शिवहरे ने कहा कि सेवा का भाव उन्हें उनके पिता श्री राजकुमार शिवहरे से प्रेरित है जो बांदा के पूर्व विधायक हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता विधायक बनने से पहले और आज जबकि वह विधायक नहीं हैं, जनसेवा के कार्यों में हमेशा आगे रहे है। पिता की प्रेरणा से ही वह भी सामाजिक सेवा के क्षेत्र में आई हैं।


डा. सुभाषिनी शिवहरे की शुरुआती शिक्षा बांदा मे ही हुई, कानपुर से उन्होंने बीडीएस की पढ़ाई की। उनका विवाह कानपुर के बिजनेसमैन गौरव खन्ना से हुआ लेकिन शादी के बाद भी उन्होंने अपनी ‘शिवहरे’ पहचान को बरकरार रखा और अब वह पूरा नाम डा. सुभाषिनी शिवहरे खन्ना लिखती हैं। उनके ससुर श्री विजय खन्ना भी कानपुर के प्रतिष्ठित बिजनेसमैन हैं। डा. सुभाषिनी शिवहरे की दो बेटियां हैं अनिका खन्ना और अविका खन्ना। परिवार की जिम्मेदारियों को संभालते हुए समाज के प्रति दायित्व का बखूनी निर्वहन कर डा. सुभाषिनी शिवहरे समाज में मातृशक्ति की मिसाल पेश कर रही हैं।
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