ग्वालियर।
ग्वालियर में #sarinotsorrygwl और जुगाड़ु जैसी अनोखी पहल करने वाली श्रीमती रिचा शिवहरे को इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर दो प्रतिष्ठित अवार्डों से नवाजा गया है। सामाजिक कार्यों में सक्रिय जबलपुर की प्रतिष्ठित संस्था ‘आभा मार्केटिंग’ ने उन्हें ;नारी सशक्तीकरण अवार्ड’ प्रदान किया है, तो वहीं ग्वालियर में ब्रह्मकुमारीज ने महिला उत्थान के क्षेत्र में उनके योगदान को ‘नारी शक्ति अवार्ड’ से सुशोभित किया है।
पूर्व आईएएस अधिकारी श्री अशोक शिवहरे की पुत्रवधु रिचा शिवहरे ने शिवहरेवाणी से बातचीत में कहा कि अपने किए काम को पहचान मिलना हर किसी के लिए एक सुखद अनुभूति होती है। इसके लिए उन्होंने दोनों संस्थाओं का आभार जताया है। वैसे, रिचा शिवहरे को दो अवार्डों के लिए बधाई मिलने का सिलसिला अभी जारी है। एमबीए (एचआर एंड मार्केटिंग) रिचा शिवहरे को ##sarinotsorrygwl जैसे चर्चित अभियान को ग्वालियर में लोकप्रिय बनाने का श्रेय जाता है। उन्होंने व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से इस हैशटैग के साथ ग्वालियर में विभिन्न सामाजिक वर्गों और क्षेत्रों की घरेलू व कामकाजी महिलाओं को जोड़ा। स्कूल-कॉलेज के छात्राओं के बीच जाकर साड़ी जैसे पहनावे का सौंदर्यबोध उन्हें कराया।
जबलपुर के प्रतिष्ठित संदरिया ग्रुप ऑफ होटल्स एंड मॉल्स के चेयरमैन श्री प्रदीप चौकसे और श्रीमती अर्चना शिवहरे की पुत्री रिचा शिवहरे इन दिनों अपने ग्वालियर शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए ‘जुगाड़ु’ नाम से एक अन्य खास अभियान चलाए हुए हैं। हाल ही में उन्होंने अपने ग्रुप के सहयोग से प्लास्टिक की खाली बोतलों और कचरे से एमएलबी कॉलेज ग्राउंड में एक जुगाड़ु बेंच का निर्माण कराया है। इसमें इस्तेमाल हो चुकीं पानी की 200 खाली बोतलें और 100 किलो अनुपयोगी प्लास्टिक का उपयोग किया गया था।
रियल एस्टेट व्यवसायी वैभव शिवहरे की पत्नी रिचा शिवहरे एनजीओ के साथ मिलकर मूक-बधिर बच्चों के लिए भी काम काम कर रही हैं। इसके अलावा वह साल में एक बार साड़ियों की एग्जीबिशन भी लगाती हैं। इसके लिए हैंडलूम्स से साड़ियां खरीदती हैं और वाजिब रेट्स पर उपलब्ध कराती हैं। आठ साल के बेटे विराज और घर को संभालने के साथ वह इतना कुछ कर पाती हैं तो इसके लिए अपने सास-ससुर का खास आभार मानती हैं, जो उन्हें बेटी की तरह प्यार करते हैं और हर कदम पर सहयोग देते हैं।
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