आगरा।
कान्हा को गोद में पाकर यशोदा मां इस कदर भाव-विह्वल हो गईं, कि लाला की छठी करना ही भूल गईं। बाद में सबसे बुजुर्ग गोपी चंद्रावली के याद दिलाने पर कन्हैया की छठी उनके जन्म के 364 दिन बाद और पहले जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले हो सकी। लेकिन, भगवान की तिथियां तो भक्तों की उंगलियों पर रहती हैं जिसमें भूल-चूक की गुंजाइश ही नहीं है। शनिवार को आगरा में शिवहरे समाज की प्रमुख धरोहर दाऊजी मंदिर में कान्हा की छठी परंपरागत तरीके से मनाई गई। समाज की एक अन्य धरोहर श्री राधाकृष्ण मंदिर, लोहामंडी में रविवार 5 सितंबर 2021 को सायं 6.30 बजे से मनाई जाएगी।
दाऊजी मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे और उनकी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की उपस्थिति में कान्हा की छठी पूजकर उन्हें कढ़ी-चावल का भोग लगाया गया। इस दौरान मंदिर परिसर में महिलाओं के मंगलगान गूंजते रहे। इस दौरान एक अबोध बालक सभी के आकर्षण का केंद्र रहा जिसे बाल कृष्णा के रूप में सजाकर लाया गया था। देर रात छठाीू पूजने के बाद सभी को कढ़ी चावल का प्रसाद वितरित किया गया।
इस दौरान दाऊजी मंदिर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेंद्र राज शिवहरे, महासचिव आशीष शिवहरे (जिज्ञासा पैलेस), कोषाध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष नवनीत गुप्ता, सह कोषाध्यक्ष सुनील गुप्ता (नाई की मंडी) एवं अजयकांत शिवहरे, कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद गुप्ता, हरीश शिवहरे ‘गुड़ियल’, अजय शिवहरे ‘अग्गू’, सुगम शिवहरे, राजीव शिवहरे (ताजगंज), विजय शिवहरे (सिकंदरा), आशीष शिवहरे ‘आशू’ के अतिरिक्त संदीप गुप्ता (शिवहरे गली, नाई की मंडी), सौरभ शिवहरे (दाऊजी मंदिर मार्केट) समेत कुछ अन्य समाजबंधुओं ने भागीदारी के साथ ही आयोजन में सहयोग किया।
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