आगरा।
आगरा के प्रतिष्ठित शू फोम एवं शू मेटेरियल कारोबारी श्री विकास शिवहरे एवं उनके परिवार की ओर से इस पितृपक्ष में अपने पूर्वजों एवं स्वर्गवासी प्रियजनों की स्मृति में श्रीमद भागवत कथा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। 22 सितंबर को कलक्ट्रेट-पुलिस लाइन रोड स्थित भारद्वाज आश्रम (हरिया की बगीची) में शुरू होने वाले इस आठ दिवसीय आयोजन में ‘संत शिरोमणि’ आचार्य श्री सुशीलजी महाराज (वृंदावन धाम) अपनी ओजस्वी वाणी से श्रद्धालुओं को श्रीमद भागवत कथा का रसपान कराएंगे।
आपको बता दें कि पितृ पक्ष में भागवत कथा सप्ताह कराने और कथा के श्रवण का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि पितृ पक्ष में भागवत कथा सुनने से पितरों को शांति मिलती है और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही, परिवार में भी सुख-समृद्धि आती है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। श्री विकास शिवहरे (पुत्र स्व. श्री महेशचंद शिवहरे) एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नेहा शिवहरे समेत समस्त परिवारीजनों ने शिवहरे समाजबंधुओं को इस पुण्य आयोजन में विशेष तौर पर आमंत्रित किया है। उन्होंने निमंत्रण में कोई भूल-चूक होने पर शिवहरेवाणी में प्रकाशित हो रहे इस प्रथम समाचार को उनके व्यक्तिगत निमंत्रण की मान्यता प्रदान करने का अनुरोध किया है।
जीवन में चिंतन-मनन को नई दिशा देने वाली भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे तक होगी। प्रत्येक सुबह 7 बजे से 9 बजे तक हवन होगा। कथा का शुभारंभ 22 सितंबर को कलशयात्रा के साथ होगा। कलशयात्रा सुबह 9 बजे सदरभट्टी स्थित दाऊजी मंदिर (शिवहरे समाज) से एक शोभायात्रा के रूप में बाजे-गाजे के साथ कथास्थल भारद्वाज आश्रम के लिए प्रस्थान करेगी। पूर्वाह्न 11 बजे भारद्वाज आश्रम पहुंचकर व्यास पीठ का पूजन होगा। और, इसी दिन दोपहर 2 बजे से कथा का विधिवत शुभारंभ हो जाएगा। कथा का समापन 29 सितंबर को पूर्णाहुति एवं भंडारे के साथ होगा।
कथा कार्यक्रम
22 सितंबर, 2024
कलशयात्रा सुबह 9 बजे दाऊजी मंदिर सदरभट्टी से कथास्थल भारद्वाज आश्रम के लिए प्रस्थान करेगी जो पूर्वाह्न 11 बजे कथास्थल पहुंचेगी।
इसी दिन दोपहर 2 बजे कथा का शुभारंभ होगा। पहले दिन कथावाचक संत व्यासपीठ से भागवत कथा के महात्म का वर्णन करेंगे।
23 सितंबर, 2024
सुखदेवजी एवं परीक्षित जन्मकथा (दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे)
24 सितंबर, 2024
वामन अवतार कथा (दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे)
25 सितंबर, 2024
श्रीराम एवं श्री कृष्ण जन्मकथा (दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे)
26 सितंबर, 2024
भगवान श्रीकृष्ण की बाललीलाएं एवं गोवर्धन पूजा (दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे)
27 सितंबर, 2024
रास पंचाध्यायी एवं रुक्मणि विवाह (दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे)
28 सितंबर, 2024
सुदामा चरित, व्यास पूजन एवं फूलों की होली (दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे)
28 सितंबर, 2024
पूर्णाआहुति एवं भंडारा (दोपहर 12 बजे से)
प्रतिष्ठित स्व श्री रामबाबू शिवहरे का परिवार
आयोजक शिवहरे परिवार की आगरा में पुरानी प्रतिष्ठा है। श्री विकास शिवहरे के कीर्तिशेष दादाजी स्व. श्री रामबाबू शिवहरे की कचौड़ी की दुकान थी और उनकी कचौड़ी पूरे आगरा में बेहद प्रसिद्ध थी। यहां तक कि आज की तारीख तक भी आगरा के बड़े से बड़े हलवाई या मिठाई की दुकान को कचौड़ी के मामले में वो नाम-प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं हो सकी है जो श्री रामबाबूजी शिवहरे को हासिल थी। श्री रामबाबू शिवहरे एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ज्ञानदेवी शिवहरे तीन दशक पहले ही स्वर्गवासी हो चुके हैं। स्व. श्री रामबाबू शिवहरे के तीनों पुत्र पिता के कारोबार से हटकर अलग-अलग कामों में चले गए। उनके तीनों पुत्र श्री मुकेशचंद शिवहरे, श्री सुरेशचंद शिवहरे और श्री महेशचंद शिवहरे अब इस दुनिया में नहीं रहे। मुख्य आयोजक श्री विकास शिवहरे ने भागवत कथा महोत्सव को अपनी माताजी स्व. श्रीमती विजय शिवहरे और ताईजी श्रीमती कुसुम लता शिवहरे (पत्ना स्व. श्री मुकेशचंद शिवहरे) के साथ ही अपने कजिन्स स्व. श्री अमित शिवहरे, स्व. श्री अतुल शिवहरे और स्व. श्री कुशाग्र शिवहरे की स्मृतियों को भी समर्पित किया है। कार्यक्रम की तैयारियों में श्री विकास गुप्ता के अग्रज श्री दीपक शिवहरे, अनुज श्री विशाल शिवहरे, कजिन्स श्रीकृष्ण शिवहरे, श्री मनीष शिवहरे एवं श्री सुमित शिवहरे का सहयोग और ताईजी श्रीमती कमलेश शिवहरे (पत्नी स्व. श्री सुरेशचंद शिवहरे) का आशीर्वाद उन्हें प्राप्त हो रहा है।
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