–विशेष आलेख—
अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान में राष्ट्रीय संरक्षक श्री अशोक जायसवाल करीब दो दशकों से विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों के मंचों पर स्वजातीय युवाओं से स्वरोजगार और उद्यमिता की ओर ध्यान देने की अपील करते आ रहे हैं। इसे लेकर मलाल भी जताते हैं कि 10 करोड़ की आबादी वाले बड़े समाज के होनहार युवा पढ़-लिखकर सिर्फ नौकरियों के पीछे भाग रहे हैं।
अब जबकि, युवा बेरोजगारी देश के लिए एक गंभीर संकट बनती जा रही है, सरकारें रोजगार देने में लगभग असमर्थता जताते हुए युवाओं से स्वरोजगार की अपील कर रही हैं, और युवा भी एजुकेशन के साथ-साथ स्किल्स हसिल करने पर ध्यान दे रहे है…तो ऐसे में श्री अशोक जायसवाल की वो बातें याद आती हैं जिन्हें वह दो दशकों से कहते आ रहे हैं। यही होती है एक विजनरी की पहचान, हालात को पहले से भांपना और उसका बचाव निकाल लेना। ऐसे दूरदर्शी व विचारक उद्योगपति और समाजसेवी श्री अशोक जायसवाल का आज 70वां जन्मदिन है। शिवहरेवाणी उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देती है। और, ईश्वर से उनके स्वस्थ दीर्घायु जीवन की कामना करती है, ताकि समाज लंबे समय तक उनके मार्गदर्शन से लाभान्वित होता रहे।
इंदौर के श्री अशोक जायसवाल का नाम औद्योगिक एवं सामाजिक जगत में विशेष सम्मान से लिया जाता है। दोनों ही क्षेत्रों में उनके योगदान और उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त है जिसे किसी एक आलेख में समेट पाना मुमकिन नहीं है। 18 अक्टूबर, 1955 में इंदौर के एक प्रतिष्ठित जायसवाल परिवार में जन्मे एक बच्चे ने किस तरह शानदार शैक्षणिक उपलब्धियों के बाद भी करियर के लिए स्वरोजगार का रास्ता चुना और एक छोटी सी पहल को किस तरह बहुत कम समय में ऊंचाई तक ले गया, यह युवाओं के लिए एक प्रेरक दास्तान है।
प्रारंभिक जीवन एवं एसएमटी की स्थापना
1978 में इंदौर के अहिल्याबाई होल्कर कालेज से प्रथम श्रेणी में एमएससी (कैमिस्ट्री) करने के बाद श्री अशोक जायसवाल ने पारिवारिक कारोबार में कदम रखा। लेकिन उनकी सोच कुछ अलग और बड़ा करने की थी। नई राह तलाशते हुए 1980 के दशक के उत्तरार्ध उन्होंने विनिर्माण क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के इरादे से मशीनरी निर्माण के क्षेत्र में जाने का निर्णय कर लिया। 1988 में उन्होंने इंदौर के सावेर रोड औद्योगिक क्षेत्र से SAI Machine Tools Pvt-Ltd (SMT) की स्थापना की और अपने ‘व्यावसायिक, प्रबंधन व नेतृत्व’ कौशल के बल पर मध्य प्रदेश में प्लास्टिक प्रोसेसिंग एवं पाइप एक्सट्रूजन मशीनरी निर्माण को एक क्रांतिकारी दिशा दी। एक छोटे सेट-अप से शुरू हुई यह यात्रा निरंतर अनुसंधान-विकास (R&D). ग्राहक केद्रित नवाचार और टीम बिल्डिंग के दम पर कम ही समय में देश-विदेश के बाजार तक पहुंच गई। आज SMT गुणवत्ता, तकनीकी नवाचार और भरोसेमंद सेवाओं के लिए जाना जाता है।
औद्योगिक योगदान
श्री अशोक जायसवाल की कंपनी SMT को आज ‘सेंट्रल इंडिया’ में प्लास्टिक प्रोसेसिंग मशीनरी का प्रमुख निर्माता माना जाता है। कंपनी के 3200 एक्सट्रूजन लाइन्स विश्वभर में स्थापित हैं और कुल उत्पादन का लगभग 30% निर्यात होता है। उच्च क्षमता वाले HDPE/MDPE/LDPE/LLDPE/PPR पाइप्स हेतु प्लांट्स, 5-मीटर चौड़ाई वाली LDPE/LLDPE फिल्म/ ट्यूबिंग प्लांट (1500 kg/hr) जैसी मशीनरी और भारत का पहला Ø1200 mm HDPE थ्री-लेयर पाइप एक्सट्रूजन सिस्टम SMT की उपलब्धियां हैं। साथ ही फ्लैट व राऊंड ड्रिप इरिगेशन ट्यूब एक्सट्रूजन लाइन्स तथा HDPE/PPR Pipe Waste Recycling System ने भी कंपनी को विशिष्ट पहचान दी है।
पुरस्कार व मान्यताएं
अशोक जायसवाल और SMT को MSME क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। 2007 में अनुसंधान‑विकास व उद्यमशीलता हेतु पुरस्कार और 2009 में “क्वालिटी प्रॉडक्ट” श्रेणी में SME नेशनल अवॉर्ड प्राप्त हुआ। यह सम्मान उन्हें 31 अगस्त 2010 को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल द्वारा प्रदान किया गया। इसके अलावा कई राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पुरस्कार भी दिए गए हैं।
सामाजिक व संगठनात्मक योगदान
श्री अशोक जायसवाल अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा (ABJSM) में राष्ट्रीय अध्यक्ष लगभग चार वर्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहे। इस दौरान राष्ट्रीय सम्मेलन, युवा महोत्सव और महिला विंग की सक्रियता बढ़ाने में उनकी अग्रणी भूमिका रही। शिक्षा, कौशल‑विकास व संगठनात्मक एकता के कार्यक्रमों से युवाओं को प्रेरित किया और समाज सुधार के अभियान, परिचय सम्मेलनों एवं परंपरा‑संरक्षण हेतु निरंतर प्रयास किए। आपके प्रोत्साहन से नीमच समेत देशभऱ में पांच स्थानों पर भगवान सहस्रबाहु मंदिर एवं मूर्ति स्थापना के कार्यक्रम स्थानीय समाज द्वारा कराए गए।
विवाह एवं परिवार
श्री अशोक जायसवाल का विवाह बलवाड़ा जिला खरगोन के प्रसिद्ध शराब कारोबारी स्व. श्री मूलचंदजी जायसवाल की पुत्री वंदनाजी जायसवाल के साथ 1977 में हुआ था। आपके दो पुत्र हैं। ज्येष्ठ पुत्र श्री विशाल जायसवाल प्लास्टिक इंजीनियर हैं और कंपनी का प्रोडक्शन देखते हैं, जबकि कनिष्ठ पुत्र श्री अजय जायसवाल व्यापार प्रबंधन (एमबीए) की पढ़ाई कर कंपनी के प्रशासनिक एवं वित्तीय कार्यभार संभालते हैं। दोनों पुत्रवधुएं श्रीमती शिखा विशाल जायसवाल और श्रीमती निहारिका अजय जायसवाल भी SMT की डायरेक्टर हैं और बाकायदा कंपनी के कामकाज देखती हैं। खास बात यह है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जेठानी-देवरानी की इस जोड़ी को ‘राज्य स्तरीय एमएसएमई पुरस्कार, 2020-21’ से नवाजा जा चुका है। श्री अशोक जायसवाल की पुत्री डा. पूनम जायसवाल इंदौर शहर की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, तथा दामाद डा. सचिन मालवीय वरिष्ठ नेत्र रोग चिकित्सक कार्नियन स्पेशलिस्ट हैं।
अपने कारोबार, परिवार और समाज के मुखिया के तौर पर श्री अशोक जायसवाल ने जो शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं, वह दरअसल उनके वैचारिकी, दृष्टिकोण, ईमानदारी, अनुशासित मेहनत और हमेशा कुछ नया सीखते रहने की उनकी प्रवृत्ति की कामयाबी है। व्यापार में स्वदेशी तकनीक व गुणवत्ता के बल पर उन्होंने अपनी उद्यमी पहचान को सुदृढ़ किया, वहीं समाज में संगठनात्मक चेतना, एकता और सांस्कृतिक पहचान को पुष्ट करने में निरंतर अपनी ऊर्जा लगाई। एक दूरदर्शी उद्योगपति, क्षमतावान लीडर और सक्रिय सामाजिक सचेतक व मार्गदर्शक श्री अशोक जायसवाल को 70वें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
समाचार
शख्सियत
ऐसे ही कोई नहीं बन जाता अशोक जायसवाल; विजनरी समाज ‘सचेतक’ के 70वें जन्मदिन पर विशेष…
- by admin
- October 17, 2025
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- 2 months ago










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