आगरा।
युवा कारोबारी श्री विकास गुप्ता (विशाल सेल्स कॉरपोरेशन) के द्वारा पितृपक्ष में ‘श्रीमद भागवत कथा सप्ताह’ के पुण्यकारी आयोजन का शुभारंभ 22 सितंबर को कलशयात्रा के साथ हुआ। समाज की 110 बड़भागी महिलाओं ने मांगलिक चिह्नों से विभूषित और श्रीफल से सुशोभित गंगाजली कलश को शीश पर लेकर अपने एक-एक कदम पर ‘अश्वमेध यज्ञ का फल’ प्राप्त किया, जैसी कि मान्यता है। कथावाचक आचार्य श्री सुशीलजी महाराज ने ‘श्रीमदभागवत ज्ञान महायज्ञ’ को पहले दिन भागवत महात्म का वर्णन करते हुए बताया कि कथा सुनने मात्र से जीव भवसागर से पार हो जाता है।
इससे पूर्व दाऊजी मंदिर में सुबह करीब 10.00 बजे आचार्य सुशीलजी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भागवत ग्रंथ और 110 कलशों की पूजा-अर्चना की। इसके बाद करीब 10.30 बजे कलशयात्रा कथास्थल भारद्वाज आश्रम (हरिया की बगीची, कलक्ट्रेट-शाहगंज रोड) के लिए बाजे-गाजे के साथ रवाना हुई। कलशयात्रा में सबसे आगे कथा परीक्षित श्री विकास गुप्ता शीश पर भागवत ग्रंथ लेकर चल रहे थे, जबकि उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नेहा गुप्ता कलश लिए उनका साथ दे रही थीं। इनके साथ महिलाएं कलश उठाए चल रही थीं। यात्रा में सबसे पीछे आचार्य सुशीलजी महाराज की बग्घी थी। विधायक श्री विजय शिवहरे भी कलशयात्रा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने आचार्य श्री सुशील जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। यात्रा के दौरान परीक्षित परिवार के सभी सदस्यों ने भागवत महाग्रंथ को बारी-बारी अपने शीश पर लिया। इनमें श्री दीपक गुप्ता और श्रीमती पायल गुप्ता, श्री विशाल गुप्ता औऱ श्रीमती दुर्गा गुप्ता, श्रीकृष्ण गुप्ता और श्रीमती मधु गुप्ता, श्री सुमित गुप्ता एवं श्रीमती अंजु गुप्ता और श्री मनीष गुप्ता और श्रीमती रेनू गुप्ता शामिल थे। कलक्ट्रेट चौराहा होते हुए दोपहर करीब 12 बजे भारद्वाज आश्रम पहुंचकर कलशयात्रा का समापन हुआ। जिसके बाद व्यासपीठ का पूजन और आरती की गई।
दोपहर दो बजे से भागवत कथा का पहला सत्र शुरू हुआ। आचार्य सुशील जी महाराज ने भागवत कथा के श्रवण का महात्म बताते हुए कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है, जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। आचार्य श्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परमहंसों की संहिता है, यह वेद-उपनिषदों का सार रूपी फल है जो हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है। भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है।
पहले दिन कलशयात्रा औऱ भागवत कथा में परीक्षित श्री विशाल शिवहरे के सभी परिवारीजन, संबंधी और इष्ट मित्र शामिल हुए। इनमें विधायक श्री विजय शिवहरे के अलावा दाऊजी मंदिर के अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे, मुकेश शिवहरे, आशीष शिवहरे (जिज्ञासा पैलेस), विमल शिवहरे एवं आकाश शिवहरे (वीएस ज्वैलर्स), संजय शिवहरे, सर्वेश शिवहरे, मुन्नालाल शिवहरे, अमित गुप्ता, विष्णु गुप्ता, अजयकांत शिवहरे, राकेश गुप्ता इटावा, श्यामबाबू शिवहरे पाढ़म, ब्रजमोहन शिवहरे, संतोष कुमार गुप्ता, हरीश शिवहरे गुड़ियल समेत कई प्रतिष्ठित समाजबंधु शामिल थे। वहीं कलश यात्रा में शामिल महिलाओं में श्रीमती शालिनी शिवहरे, राधा शिवहरे, उमा शिवहरे इंदौर, सविता शिवहरे ग्वालियर, शिवहरे सशक्त महिला मंडल की अध्यक्ष कविता गुप्ता, रमिता शिवहरे मुरादनगर, सुनीती शिवहरे ग्वालियर, सपना शिवहरे, शैली शिवहरे, दीपशिखा शिवहरे, रानी शिवहरे ग्वालियर, शैली शिवहरे समेत कई महिलाएं शामिल हुईं।
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