by Som Sahu November 16, 2017 घटनाक्रम 702
ग्वालियर लौटते में मथुरा जंक्शन पर ताज एक्सप्रेस से पानी पीने उतरे थे, बैंच पर छोड़ गए खिलौनों का बैग
आधे घंटे तक स्टेशन पर रहा दहशत का माहौल, जाननकारी मिलने पर विकास ने आगरा से लौटकर लिया बैग, बोले-सॉरी
शिवहरे वाणी नेटवर्क
मथुरा।
ग्वालियर के विकास शिवहरे की एक भूल ने मथुरा जंक्शन स्टेशन पर अफरातफरी मचा दी। करीब आधे घंटे तक स्टेशन पर लावारिस बैग की दहशत लोगों पर तारी रही। बाद में जीआरपी जवानों ने बैग को कब्जे में लिया और जान हथेली पर रखकर उसे खोला तो उसमें खिलौने भरे हुए थे। तब लोगों ने राहत की सांस ली और खौफ का माहौल में खिलखिलाहटें गूंज उठीं।
दरअसल नई दिल्ली से झांसी जाने वाली ताज एक्सप्रेस गुरुवार 16 नवंबर को अपने निर्धारित समय से काफी लेट दोपहर 12.30 बजे मथुरा जंक्शन पहुंची। ग्वालियर के लश्कर निवासी खिलौना व्यापारी श्री विकास शिवहरे भी इसी गाड़ी से आ रहे थे। उनके साथ खिलौनों का एक बैग था, जिन्हें वे दिल्ली से खरीदकर लाए थे। मथुरा जंक्शन पर गाड़ी जैसे ही रुकी, विकास प्लेटफार्म पर उतर गए और पानी की बोतल निकाल कर पानी भरने लगे। अपना बैग उन्होंने निकट की बैंच पर रख दिया। विकास बोतल में पानी भर ही रहे थे, कि ट्रेन चल पड़ी। विकास ट्रेन में चढ़ने की हड़बड़ी में अपना बैग वहीं छोड़ गए। कुछ देर बाद लोगो की नजर बैंच पर पड़ी, तो लावारिस बैग का हल्ला मच गया।
स्टेशन पर दहशत फैल गई। स्टेशन प्रबंधन से जुड़े अफसर भी पहुंच गए लेकिन आशंका ने इस कदर आतंकित कर रखा था कि बैग के पास जाने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पाया। यात्रियो ने कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिस पर जीआरपी प्रभारी गौरव सक्सेना फोर्स के साथ पहुंच गए और बैग को कब्जे में ले लिया। खोल कर देखा तो उसमें खिलौने भरे थे। बैग में मिले कागजात में लिखे फोन नंबर के आधार पर जीआरपी ने विकास शिवहरे को फोन कर सूचना दी। तब तक विकास आगरा पहुंच चुके थे। वे लौटकर मथुरा जंक्शन आए और अपना बैग हासिल किया। बैग मिल जाने की खुशी तो विकास के चेहरे पर थी, लेकिन अपनी गलती का पछतावा भी उनकी आंखों में नजर आ रहा था, जैसे झुक-झुक कह रही हों ‘सॉरी…।’
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