by Som Sahu November 02, 2017 घटनाक्रम 1392
- जीएलए विश्वविद्यालय में बीकॉम ऑनर्स में हासिल किए 94.1 प्रतिशत अंक
- आगरा के मधुनगर में निवासी श्री शैलेंद्र शिवहरे एवं श्रीमती रागिनी की बेटी हैं
- बैंकिंग सर्विसेज को बनाया है लक्ष्य, दिल्ली में रहकर कर रही हैं तैयारी
शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
मथुरा के जीएलए विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आगरा की सुश्री तान्या शिवहरे को बीकॉम ऑनर्स में टॉप करने के लिए गोल्ड मैडल प्रदान किया गया है। मुख्य अतिथि ब्रह्मोस एयरोस्पेस के संस्थापक एवं इसरो के प्रोफेसर पद्मभूषण एएस पिल्लई ने तान्या को अपने हाथों से गोल्ड मैडल पहनाया और उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीष प्रदान किया। तान्या की कामयाबी पर उनके पिता श्री शैलेंद्र शिवहरे एवं मां श्रीमती रागिनी शिवहरे को बधाइ देने वालों का तांता लगा हुआ है।
आगरा में मधुनगर निवासी श्री शैलेंद्र शिवहरे एवं श्रीमती रागिनी शिवहरे की छोटी बेटी सुश्री तान्या शिवहरे बैंकिंग सर्विसेज में जाना चाहती हैं और दिल्ली में रहकर बैंक पीओ की तैयारी कर रही हैं। शिवहरे वाणी से फोन पर बातचीत में तान्या ने बताया कि उनके माता-पिता ही उनकी प्रेरणा हैं जिन्होंने जीवन में आत्मनिर्भर बनने का मूल मंत्र उन्हें दिया है।
सुश्री तान्या शिवहरे के पिता बिजनेसमैन हैं, जबकि मां श्रीमती रागिनी शिवहरे आगरा नगर निगम में हैड क्लर्क के पद पर हैं। जीवन में आत्मनिर्भर बनने का संकल्प मां से ही प्रेरित है। तान्या को बीकॉम ऑनर्स में सबसे ज्यादा 94.1 सीपीआई (यानी 94.1 प्रतिशत) अंक मिले हैं।
सुश्री तान्या शिवहरे शिक्षा में शुरू से ही अव्वल रही हैं। प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा उन्होंने प्रतापपुरा स्थित सेंट एंथनीज गर्ल्स स्कूल से प्राप्त की है। आईसीएसई बोर्ड की दसवीं की परीक्षा उन्होंने 91 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी, जबकि इसी बोर्ड से इंटरमीडियेट की परीक्षा में 89 प्रतिशत अंक हासिल किए थे।
सुश्री तान्या शिवहरे ने बताया कि इंटरमीडियेट में ही उन्होंने कॉमर्स साइड को चुना था, और जब उन्होंने यह निर्णय किया तब भी अभिभावकों ने उनका सपोर्ट किया। तान्या के पेरेंट्स का मानना है कि बच्चों को अपनी अभिरुचि और सोच के अनुसार स्वयं ही अपनी राह चुननी चाहिए, इससे जीवन में सफलता की संभावनाएं प्रबल होती हैं, और सुश्री तान्या की कामयाबी ने उनकी इस सोच को सही साबित कर दिया।
सुश्री तान्या को भरोसा है कि वह बैंकिंग क्षेत्र में बेहतर जॉब पाने में कामयाब होंगी। बैंकिंग सर्विसेज के लिए उनके पैशन की बात करें तो बीकॉम ऑनर्स के बाद मुंबई की कंपनी जारो एजुकेशन ने उन्हें एचआर विभाग में जॉब ऑफर किया था लेकिन तान्या ने बैंकिंग की तैयारी को प्राथमिकता देते हुए उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
सुश्री तान्या का कहना है कि एक लक्ष्य बांधकर कड़ी मेहनत और पूरे मनोयोग से किए गए प्रयास विफल नहीं होते। कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा उन्हें अपने पिता श्री शैलेंद्र शिवहरे से मिली है। जैसा कि सुश्री तान्या बताती भी हैं कि उनकी सफलता का पूरा श्रेय उनके माता-पिता को जाता है।
तान्या की एक बड़ी बहन हैं सुश्री नेहा शिवहरे जो वर्तमान में सेंट पैट्रिक्स गर्ल्स कालेज में शिक्षिका हैं। फिलहाल तान्या दिल्ली में है लेकिन आगरा में उनके घर पर खुशी का माहौल है। अखबारों में तान्या का फोटो और समाचार पढ़ने के बाद लोग बधाई देने आ रहे हैं, घर के सभी मोबाइल फोन बधाइयों की कॉल से घनघना रहे हैं।
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