by Som Sahu September 24, 2017 घटनाक्रम 526
- हाल में कैसर का इलाज कराकर मुंबई से लौटे हैं श्री राजेश जायसवाल
- कलचुरी सेना के आग्रह पर जायसवाल युवा मंच ने कराईं सारी व्यवस्थाएं
आगरा।
किसी भी समाज के विकास का आधार होता है-परस्पर सहयोग। समाज दरअसल सभ्य मानव जगत का प्रतीकात्मक शब्द है । फिर भी तमाम लोग ऐसे हैं जो समाज के महत्व को नहीं समझते, बल्कि उसे नकारते हैं और सामाजिक गतिविधियों को तुच्छ समझते हुए उनसे दूर रहते हैं। ऐसा वे अपनी धारणा को सत्य मानते हुए करते हैं। और, धारणाएं कभी समझाने या सिखाने से नहीं बदलती। हा, जीवंत उदाहरण, व्यवहारिक अनुभव या आपबीती घटनाएं अक्सर ऐसी धारणाओं को बदलने में कारगर रहे हैं। मिलिये, कोलकाता के श्री राजेश जायसवाल से, जो हाल ही मैं कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से उबरे हैं और इसके लिए समाज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
श्री राजेश जायसवाल को चिकित्सकों ने कुछ समय पहले कैंसर होने की पुष्टी की तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। चिकित्सकों की राय थी कि मुंबई में श्री राजेश जायसवाल का उपचार बेहतर हो सकता है। मुंबई..! मुंबई के नाम ने ही परिवार की बेचैनी को और बढ़ा दिया। वजह यह कि मुंबई से श्री राजेश जायसवाल और उनके निकट संबंधियों का दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था। कैसे जाएंगे….कहां रहेंगे….हमें तो वहां कोई जानता भी नहीं? श्री राजेश और उनके परिजनों ने अपनी इन तमाम आशंकाओं को अपने पारिवारिक मित्र श्री राजकुमार जायसवाल से साझा किया। श्री राजकुमार जायसवाल एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने तत्काल कलचुरि सेना के संस्थापक सदस्य श्री विपिन राय से भोपाल में संपर्क किया और बताया कि कोलकाता से कैंसर पीड़ित श्री राजेश जायसवाल अपनी पत्नी श्रीमती दीपा जायसवाल के साथ उपचार कराने मुंबई जा रहे हैं, क्या उन्हें कुछ सहायता मिल पाएगी? इस पर श्री विपिन राय ने तत्काल मुंबई में जायसवाल युवा मंच के श्री सुभाष जायसवाल, श्री अनिल जायसवाल, श्री अशोक जायसवाल से संपर्क किया और मामले से अवगत कराते हुए दंपत्ति को हरसंभव मदद करने का अनुरोध किया। इस पर जायसवाल युवा मंच के पदाधिकारी सक्रिय हो गए और श्री राजेश जायसवाल को स्टेशन से ही रिसीव कर लिया। उन्हें अस्पताल पहुंचाया, उनके रहने की व्यवस्था की, साथ उपचार में भी हरसंभव सहयोग किया। करीब एक महीने उपचार चला। श्री राजेश जायसवाल अब बिल्कुल ठीक हैं और कल ही कोलकाता लौटे हैं। श्री राजेश जायसवाल के परिवार के साथ ही, कलचुरी सेना परिवार ने भी जायसवाल युवा मंच का दिल से आभार जताया है।
राजेश जायसवाल ने न तो समाज के महत्व पर कोई पोथी बांची, और ना ही किसी से श्रवण ज्ञान हासिल किया। खुद पर बीती एक घटना ने उन्हें कई किताबों का ज्ञान दे दिया। वे कहते हैं कि समाज एक महान संस्था है और हम सभी को इससे जुड़कर रहना चाहिए।
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