आगर-मालवा (मध्य प्रदेश)
देश में जहां कारों की बिक्री लगातार बढ़ रही है, वहीं कार चोरी की घटनाओं में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 के दौरान कार चोरी की घटनाओं में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह तब है, जबकि कार निर्माता कंपनियां अब पहले से बेहतर लॉकिंग सिस्टम का दावा कर रही हैं। मध्य प्रदेश के आगर-मालवा जिले के 16 वर्षीय छात्र विनय जायसवाल ने अब एक ऐसी अनोखी डिवाइस तैयार की है जिससे कार चोरी की घटनाओं पर रोक लग सकती है। इस डिवाइस से केवल वही व्यक्ति कार को स्टार्ट कर सकेगा जिसका फिंगर इंप्रेशन उस डिवाइस में सेव होगा। यानी कोई अनजान व्यक्ति या चोर कार को स्टार्ट ही नहीं कर पाएगा।
हालांकि फिंगर इंप्रेशन की डिवाइस अब कुछ महंगे मॉडल्स में आने लगी है लेकिन इसकी लागत बहुत अधिक होती है। लेकिन, विनय ने महज 3000 रुपये की लागत में इस डिवाइस को तैयार किया है। जाहिर है कि अब आम आदमी भी विनय की इस डिवाइस से अपनी कार की सेफ्टी को लेकर निश्चिंत हो सकेगा।
आगर-मालवा के जिला मुख्यालय आगर में रहने वाले विनय जायसवाल इलेक्ट्रॉनिक्स डिप्लोमा (पॉलिटेक्निक) के फर्स्ट सेमेस्टर के छात्र हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स में विनय की शुरू से ही रुचि है और कोरोना काल में वह जरूरतमंदों तक सामान पहुंचाने के लिए स्पेशल ड्रोन भी तैयार कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने ऑटोमेटिक सेनिटाइजिंग मशीन और ऑटोमेटिक डस्टबिन भी बनाया था। जिले की ही एक ग्राम पंचायत में सचिव के पद पर कार्यरत अरुण जायसवाल इस होनहार बेटे के हुनर की चर्चा हर कहीं हो रही है।
विनय को कार की सेफ्टी डिवाइस बनाने का आइडिया एंड्रायड फोन से मिला। जैसा कि विनय बताते हैं कि एंड्रॉयड फोन का लॉक भी फिंगरप्रिंट से खुलता है, तो उनके दिमाग में आया कि क्यों न फिंगरप्रिंट लॉकिंग सिस्टम को वाहनों पर आजमाया जाए। उसने इस ओर दिमाग दौड़ाना शुरू कर दिया। करीब एक महीने इंटरनेट पर संबंधित जानकारियां जुटाईं। जल्द ही उसने अलग-अलग चीजें जुटाकर यह डिवाइस तैयार कर ली जिस पर केवल 3000 रुपये का खर्च आया। इस डिवाइस का पहला प्रयोग उसने अपनी बाइक पर किया, फिर अपने पिता की कार पर भी इसे ट्राई किया। विनय की मेहनत रंग लाई. डिवाइस सौ फीसदी कारगर साबित हुई।
इस डिवाइस की खास बात यह है कि कार में चाबी लगाने के साथ ही डिवाइस पर फिंगर रखनी होती है, फिंगर इंप्रेशन मैच होने के बाद ही कार स्टार्ट होती है। फिंगर इंप्रेशन का मिलान नहीं होने पर चाबी लगाने के बावजूद कार स्टार्ट नहीं होगी। एक और खास बात यह है कि एक कार में लगी इस डिवाइस पर 127 लोगों के फिंगर-इंप्रेशन सेव हो सकते हैं। यानी इस डिवाइस के लगने के बाद उस कार को वे 127 लोग स्टार्ट सकते हैं जिनके फिंगर-इंप्रेशन उस डिवाइस में सेव होंगे।
हाईस्कूल पास करने के बाद पॉलिटेक्निक कर रहे विनय अब इस डिवाइस को और मोडिफाइड करने में जुटे है। वह इसमें जीपीएस सिस्टम लगाने पर काम कर रहे हैं। एक और बात, यदि चोर इस कार को तार के स्पार्क से स्टार्ट करने की कोशिश करेगा तो तत्काल कार स्वामी के मोबाइल पर एक अलर्ट मैसेज पहुंच जाएगा। विनय इस डिवाइस को कार के गेट पर फिट करने के लिए अनुकूलित कर रहे हैं, ताकि कोई अनजान व्यक्ति कार का गेट भी न खोल सके।
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