November 21, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

तीसरा चरणः आज होगा इटावा से संटू गुप्ता (शिवहरे) और आर्यनगर से प्रमोद जायसवाल की किस्मत का फैसला

इटावा/कानपुर।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में रविवार 20 फरवरी को 16 ज़िलों की 59 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इस चरण में कुल 627 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें इटावा से बसपा के प्रत्याशी कुलदीप गुप्ता (शिवहरे) उर्फ संटू गुप्ता और कानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जायसवाल भी शामिल हैं जो अपनी-अपनी सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान मजबूत दावेदार बनकर उभरे  हैं।
इटावा विधानसभा सीट से कुलदीप गुप्ता संटू कभी सपा के शीर्ष नेतृत्व खासकर रामगोपाल यादव के बहुत करीबी माने जाते थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में वह इटावा से सपा प्रत्याशी थे लेकिन चुनाव हार गए । इस बार उन्होंने सपा नेतृत्व के रवैये से नाराज होकर पार्टी से बगावत कर दी और कुछ दिन पहले ही बसपा में शामिल हो गए। बसपा ने अगले ही दिन उन्हें इटावा से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। संटू के मैदान में कूदने से इटावा की चुनावी जंग काफी रोचक हो गई है। यहां मुख्य मुकाबला सपा के सर्वेश शाक्य और भाजपा की मौजूदा विधायक सरिता भदौरिया के बीच माना जा रहा है, लेकिन संटू गुप्ता को भी कोई हल्के में नहीं ले रहा है । बता दें कि संटू गुप्ता इटावा नगर पालिका के चेयरमैन रह चुके हैं, और अपने कार्यकाल में उन्होंने इटावा के आम लोगो के साथ जो आत्मीय रिश्ते कायम किए, वही उनकी सबसे बड़ी ताकत मानी जा रही है। दरअसल चेयरमैन रहते हुए संटू गुप्ता ने गरीब और वंचित वर्ग के लोगों के लिए ऐसे कार्य किए जिसने एक समाजसेवी के रूप में उनकी नई छवि गढ़ी, और यही छवि इस चुनाव में उन्हें लाभ दे सकती है। उनके प्रचार और जनसंपर्क अभियानों में भी इसका असर साफ देखने को मिला। माना जा रहा है कि बसपा के परंपरागत वोटों के साथ वह कड़ी टक्कर दे सकते हैं, और यदि जीत भी जाएं तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। 

आज इन जिलों में मतदान 
हाथरस, फिरोज़ाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रुख़ाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा 

वहीं कानपुर की आर्यनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जायसवाल भी काफी दमदारी से चुनाव लड़ रहे हैं। बीते दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने उनके लिए रोड शो किया था, जिसके बाद उनकी संभावनाएं और बेहतर हुई हैं। हालांकि यहां भी मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है। आर्यनगर सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की लहर के बावजूद सपा के अमिताभ वाजपेयी विधायक निर्वाचित हुए थे। हालांकि तब भी कांग्रेस ने प्रमोद जायसवाल को ही टिकट दिया था लेकिन आखिरी समय में सपा के साथ गठबंधन होने के बाद कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने चुनाव मैदान से हटकर सपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया था। लेकिन, सपा-कांग्रेस गठबंधन नहीं होने पर सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी को भाजपा के सुरेश अवस्थी कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। बसपा से आदित्य जायसवाल उर्फ टोनी मैदान में हैं लेकिन उन्हें मुकाबले से बाहर माना जा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के छोटे भाई प्रमोद जायसवाल को व्यापारी नेता होने के नाते व्यापारी वर्ग का वोट मिल सकता है। इसके अलावा आर्यनगर क्षेत्र में जायसवाल समाज समेत वैश्य समुदाय भी खासी संख्या में हैं जिसका एक बड़ा हिस्सा उनका साथ दे सकता है। लेकिन सिर्फ इससे बात बनने वाली नहीं। प्रमोद जायसवाल का विधायक बनने का सपना इस बार पूरा हो पाएगा या नहीं, दस मार्च को ही सामने आएगा। 
 

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