November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

युक्रेन में जिंदगी बचाने की जंग लड़ रही प्रतिष्ठा शिवहरे; हॉस्टल के बेसमेट में कैद है एमबीबीएस की छात्रा; रूसी विमानों और धमाकों की आवाज ने उड़ा रखी है नींद

हमीरपुर। 
हमीरपुर की प्रतिष्ठा शिवहरे युक्रेन में फंसी है। वह कीव शहर में भारतीय छात्रों के एक हॉस्टल में रहने वाले 200 अन्य बच्चों  के साथ बेसमेंट में कैद है, और बड़ी हिम्मत और हौसले के साथ जिंदगी बचाने की जंग लड़ रही है। रविवार 27 फरवरी को उसने अपने पेरेंट्स से वीडियो कॉल की तो उसके चेहरे पर घबराहट थी। प्रतिष्ठा के पिता श्री मुकेश शिवहरे ने शिवहरेवाणी को बताया कि बच्ची के हालॉ पर हम भी बहुत दुःखी और चिंतित हैं, लेकिन हमने उसे हौसला बंधाया है कि ‘पीएम मोदी सब ठीक कर देंगे। युक्रेन औऱ रूस के मंत्रियों से उनकी बात हुई है और सभी भारतीय छात्र-छात्रओं सकुशल देश वापस लौट आएंगे।‘
हमीरपुर के सुमेरपुर कस्बा निवासी दवा व्यवसायी श्री मुकेश शिवहरे एवं श्रीमती मधु शिवहरे की पुत्री प्रतिष्ठा शिवहरे युक्रेन में कीव शहर स्थित कीव यूनीवर्सिटी के एक मेडिकल कालेज से एमबीबीएस कर रही है, सेकेंड ईयर की छात्रा है। वह जिस हॉस्टल में रहती है वहां उसके साथ 200 से अधिक अन्य भारतीय छात्र-छात्राएं भी रहते हैं। रूस के हमले के बाद इन सभी बच्चों को हॉस्टल के बेसमेंट में ले जाया गया है। बच्चों के पास सात-आठ दिन का राशन है। वे अपना खाना खुद बनाते हैं। भारतीय दूतावास को उनके यहां रहने की जानकारी दे दी गई है।
प्रतिष्ठा शिवहरे ने पिता को वीडियो कॉल कर बताया कि कीव शहर को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। पूरा शहर घरों में कैद है। देखते ही गोली मार देने के आदेश हैं। शहर में जगह-जगह रूसी हमले से हुई बर्बादी के नजारे हैं। बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच 18 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र और छात्राएं युक्रेन में फंसे हुए हैं। बिटिया ने बताया है कि यूक्रेन की सरकार भारतीय बच्चों का पूरा ख्याल रख रही है, लेकिन रह-रह कर रूसी विमानों और धमाकों की आवाजें दहला देती हैं, वे ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं। 
प्रतिष्ठा के पिता श्री मुकेश शिवहरे ने बताया कि बेटी की सुरक्षा को लेकर पूरा परिवार चिंतित है, किसी को खाना तक अच्छा नहीं लग रहा है। प्रतिष्ठा की मां मधु शिवहरे तो बेटी को देखने के लिए मानो तड़प रही हैं। लेकिन हालात ने सभी को बेबस कर रखा है। प्रतिष्ठा का भाई प्रभात शिवहरे जो नोएडा के एक कालेज से बीटेक कर रहा है, पिता को हौसला बंधा रहा है। एक तसल्ली की बात यह है कि युक्रेन से भारतीय बच्चों की वापसी शुरू हो चुकी है। आज भी एक प्लेन भारतीय बच्चों को लेकर आया है। प्रतिष्ठा का प्लेन कब आएगा, सबको बेसब्री से इंतजार है।
 

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