इंदौर।
भगवान सहस्त्रबाहु के लिए अपशब्द लिखने वाले मनोज मुंतशिर के लिए ऑफर है कि वह आगामी 4 व 5 अगस्त को सालासर बालाजी (चुरु, राजस्थान) जरूर पधारें। यहां राष्ट्रीय स्तर पर कलचुरी समाज के प्रतिनिधि संगठन ‘राष्ट्रीय कलचुरी एकता महासंघ’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उनका स्वागत रहेगा।
मनोज मुंतशिर हम चाहते हैं तुम इस कार्यक्रम मे जरूर आओ, ताकि कलचुरी समाज की क्षमता और उदारता से तुम्हारा परिचय हो सके। ताकि, तुम देख सको कि जिन हजार भुजाओं वाले भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के बारे में अपशब्द लिखते हुए परशुराम द्वारा उनके वंशजों का वध किए जाने के पौराणिक झूठ को तुमने अपने आलेख का आधार बनाया है, उन्हीं सहस्त्रबाहु अर्जुन के वंशज आज राजनीति, शिक्षा, उद्योग, धर्म- अध्यात्म, विज्ञान, कला, खेल, साहित्य और फिल्म जगत में किस कदर छाए हुए हैं। ताकि, तुम सवाल करो अपने गुरुओं से कि परशुराम ने सहस्त्रबाहु अर्जुन और उनके समस्त वंशजों को मार डाला था तो कहां से आ गए करोडों कलचुरी? मुंतशिर प्लीज आओ…! हम तुम्हें दिखाना चाहते हैं कि कलचुरी समाज जिस प्रगतिशील सोच की गाड़ी में सवार है, उसमें कोई बैक गीयर नहीं है, सारे गीयर आगे बढ़ाने वाले हैं। तुम्हें तुम्हारे पौराणिक झूठ के साथ पीछे छोड़ कलचुरी समाज तरक्की के रस्ते पर अपना सफर जारी रखेगा। यहां महासंघ की ओर से प्रस्तुत किए जाने वाले प्रस्ताव इस बात की तस्दीक करेंगे। मुंतशिर हमें उम्मीद नहीं कि तुम माफी मांगोगे। फिर भी चाहते हैं तुम 5 अगस्त को सालासर जरूर आओ…आओ हमारे बीच, हमें जानो, हमारी सोच को समझो, हमारी दरियादिली देखो, हमारे आतिथ्य का आनंद लो…। हम चाहते हैं तुम अपनी गलती का अहसास करो, और सम्मान करना सीखो हमसे।
सालासर में होने वाले इस दो दिनी आयोजन के पहले दिन यानी 4 अगस्त की शाम को भगवान सालासरजी के दर्शन का कार्यक्रम है। मुख्य कार्यक्रम यानी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 5 अगस्त को जायसवाल सेवा सदन में होगी। कार्यकारिणी की बैठक में महासंघ की श्रीमती संयोजिका श्रीमती अर्चना जायसवाल कलचुरी समाज के उत्थान के लिए सात महत्वपूर्ण प्रस्ताव महासंघ के राष्ट्रीय संरक्षक श्री दीपक जायसवाल की उपस्थिति में प्रस्तुत करेंगी, जो महासंघ की कोर कमेटी में विचार-विमर्श कर सर्वसम्मति से तैयार किए गए हैं। इनमें प्रस्तावों में सामाजिक, विधिक सहायता, धार्मिक, आर्थिक, शैक्षणिक, राजनीतिक एवं संगठनात्मक प्रस्ताव शामिल हैं।
श्रीमती अर्चना जायसवाल ने शिवहरेवाणी को बताया कि शैक्षणिक प्रस्ताव सबसे अहम है क्योंकि महासंघ का मामना है कि शिक्षा ही कलचुरी समाज के चतुर्दिक विकास की कुंजी है। प्रस्ताव का मूल लक्ष्य समाज के हर प्रतिभाशाली छात्र की शिक्षा सुनिश्चित करना है, इसलिए महासंघ एक सहयोग श्रृंखला स्थापित कर समाज के हर बच्चे की शिक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा। इसी तरह आर्थिक मोर्चे पर कलचुरी समाज के युवाओं के रोजगार को सुलभ बनाने का प्रयास किया जाएगा जिसमें स्वजातीय उद्योगपतियों एवं संपन्न कारोबारियों की अहम भूमिका होगी। उन्हें उम्मीद है कि हर प्रस्ताव समाज के उत्थान में अभूतपूर्व पहल साबित होंगे।
महासंघ के मध्य प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री किशोर राय ने बताया कि कार्यक्रम में देशभर से और देश के बाहर नेपाल, बांग्लादेश औऱ भूटान आदि से भी महासंघ के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। सभी अतिथियों के ठहरने एवं भोजन आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर दी गई हैं। अतिथियों को उनके ठहरने संबंधी व्यवस्था की सूचनाएं भी दे दी गई है। अतिथियों के स्वागत सत्कार एवं सम्मान (स्मृतिचिह्न, शील्ड एवं पटका आदि) की जिम्मेदारी कलचुरी प्रोफेशनल फोरम के श्री रजनीश सुवालका (भीलवाड़ा, राजस्थान) को सौंपी गई है।
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