कोटा।
कलाल महिला मंडल कोटा ने हरियाली तीज की खुशियां धूमधाम से सेलिब्रेट कीं। झालावाड़ रोड स्थित कलाल सामुदायिक भवन में आयोजित ‘तीज एवं लहरिया उत्सव’ में कलाल महिलाओं ने मजेदार स्पर्धाएं आयोजित कर सास-बहु, नंद-भाभी, देवरानी-जेठानी और मां-बेटी जैसे खट्टे-मीठे रिश्तों को नए दौर में नए तरह से संजोए रखने की मिसालें पेश कीं। श्रीमती ज्योति सुवालका को तीज क्वीन चुना गया। कलाल महिला मंडल के इस शानदार आयोजन में महिलाओं ने मेहंदी स्पर्धा, शिव-श्रृंगार प्रतियोगिता और हेयर स्टाइल कंप्टीशन में भाग लेकर अपनी अभिरुचियों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक श्रीमती पूनम गोयल और कलाल महासभा कोटा की कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती शांति सुवालका उपस्थित रहीं। पूर्व पार्षद श्रीमती कमलेश पारेता विशिष्ट अतिथि थीं, जबकि अध्यक्षता श्रीमती जैस्मिन मेवाड़ा (भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष, दादाबाड़ी मंडल) ने की। निर्णायक के रूप में डॉ प्रीति बाला राठौर, योगिता चौहान और अनु ग्रोवर उपस्थित रहीं।
मेहंदी के शानदार डिजायन और नए-नए हेयर-स्टाइल्स से अतिथि और जजेज भी अचभिंत नजर आए। लेकिन सबसे मजेदार स्पर्धा जोड़ी नृत्य की रही जिसमें मां-बेटी, सास-बहू, देवरानी-जेठानी और ननद-भाभी के अलग-अलग वर्गों में प्रतिभागी महिलाओं ने न केवल अपनी नृत्य प्रतिभा का, बल्कि इन रिश्तों में निहित पवित्र भावनाओं को भी प्रदर्शन किया। विभिन्न स्पर्धाओं के परिणाम निम्न प्रकार रहेः-
1. शिव श्रृंगार प्रतियोगिताः प्रथम कविता पारेता, द्वितीय दिव्या पारेता, तृतीय ज्योति मेवाड़ा
2. मेहंदी स्पर्धाः प्रथम संगीता पारेता, द्वितीय मीनाक्षी, तृतीय भारती मेवाड़ा
3. हेयर स्टाइल कंप्टीशनः- प्रथम नेहा सुवालका, द्वितीय निशा पारेता, तृतीय कविता पारेता
4.सास बहू डांसः प्रथम रेखा-ज्योति, द्वितीय ममता-दीपा पारेता, तृतीय मिथिलेश-राजन
5. नंद भाभी स्पर्धाः प्रथम शिप्रा-लक्ष्मी, द्वितीय धापू बाई-दयावती, तृतीय कविता- सुनीता
6 मां-बेटी प्रतियोगिताः प्रथम मधु-निष्ठा, द्वितीय चांदनी- दिशा, तृतीय नीलिमा-वेदिका
7 देवरानी जेठानी शोः प्रथम मधु-सुमित्रा, द्वितीय ज्योति-सरिता, तृतीय संगीता-नेहा
कार्यक्रम के अंत में कलाल महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती ममता पारेता और महामंत्री चंदा पारेता ने सभी का आभार व्यक्त किया। जिसके बाद सभी महिलाओं ने स्वादिष्ट व्यंजनों के आनंद लिया। कार्यक्रम में श्रीमती शांति सुवालका, दीपा सुवालका, ज्योति सुवालका, अंजू माहुर, दीपा पारेता, शिखा पारेता, मीनाक्षी ग्वालेरा, ममता पारेता, मिथलेश पारेता, वीनू ग्वालेरा, चंदा मेवाड़ा, अनिता पारेता, मधु मेवाड़ा, सुशीला पारेता, शिखा पारेता, दीपा पारेता, रेखा पारेता का योगदान रहा।
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