शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
जीवन में यदि एक रस्ता बंद होता है तो ईश्वर कई दूसरे रास्ते खोल देता है। इस बात को लखनऊ की रचयिता गुप्ता जायसवाल से बेहतर भला कौन जान सकता है। रचयिता ने शादी के बाद परिवार संभालने के लिए एक सॉफ्टवेयर कंपनी की आकर्षक जॉब छोड़ दी थी। मजबूरी में लिया गया यह निर्णय उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ और आज वह मिसेज यूपी का ताज पहने हैं।
आगरा में बीती 11 जनवरी 2018 को आयोजित मिसेज यूपी-2018 कांटेस्ट में उन्हें विजेता घोषित किया गया। 29 वर्षीय रचयिता बीटेक हैं और हैदराबाद में एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रहीं। उनके पति रियल एस्टेट कारोबारी हैं। वर्ष 2015 में विवाह के बाद घर संभालने के लिए उन्हें अपनी जॉब छोड़नी पड़ी। रचयिता बताती हैं कि वह परिवार संभालने में व्यस्त थीं और अपने काम से खुश थीं। इसी दौरान उनके पति ने उन्हे ब्यूटी कांटेस्ट में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। परिवार के बड़े सदस्यों की इजाजत लेकर उन्होंने एप्लाइ कर दिया। पहले वह मिसेज अवध चुनी गईं, फिर आगरा में हुए फाइनल में मिसेज यूपी का खिताब हासिल कर लिया। रचयिता अब मिसेज इंडिया के लिए तैयारी कर रही हैं। रचयिता को खुशी है कि इस काम में उनके पति और परिवार के अन्य सदस्यों का सहयोग मिल रहा है।
वुमन पॉवर
इस एक फैसले ने रच दी रचयिता की किस्मत, जीता मिसेज यूपी का ताज
- by admin
- October 29, 2016
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- 8 years ago
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