शिवहरे वाणी नेटवर्क
मुरैना।
ताइक्वांडो के इंटरनेशनल मास्टर फाइटर मनोज शिवहरे अपने शहर मुरैना में इस खेल के जांबाजों की नई पौध तैयार कर रहे हैं जो आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करेंगे। मनोज शिवहरे द्वारा प्रशिक्षित 22 बच्चों ने ब्लैक बेल्ट हासिल किया, जिनमें पांच बच्चे शिवहरे समाज हैं। खुद मनोज शिवहरे और उनकी पत्नी श्रीमती कामिनी शिवहरे ने ऑफिशियल रैफरी का तमगा हासिल किया है।
ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया की ब्लैक बेल्ट परीक्षा पिछले दिनों जबलपुर में आयोजित की गई थी जिसमें मुरैना से 30 बच्चों ने अपने गुरु मनोज शिवहरे के मार्गदर्शन में शिरकत की थी। इनमें 22 बच्चों ने ब्लैक बेल्ट लेने में कामयाबी हासिल की। इनमें पांच कामयाब बच्चे शिवहरे समाज के हैं और उनमें भी चार बेटियां है। इनके नाम हैं सानिया शिवहरे, अनुष्का शिवहरे, दीप्ति शिवहरे, वर्षा शिवहरे, वरूण शिवहरे शामिल है। ये बच्चे पूमसे, फंडामेंटल, बेसिक, किकिंग, सेल्फ डिफेंस जैसी कड़ी परीक्षाओं से गुजरे, जिनमें उन्होंने अपने गुरु मनोज शिवहरे की देखरेख में महारत हासिल की। ब्लैक बेल्ट की डिग्री लेने के बाद ये बच्चे अब अपनी प्रतिभा विश्व पटल पर दिखा सकेंगे।
इसके अलावा मुरैना के ही छह खिलाड़ियों ने ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया के ऑफिशियल रैफरी की प्रतिष्ठा प्राप्त भी प्राप्त की है। इनमें स्वयं मनोज शिवहरे, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कामिनी शिवहरे के अलावा दीप्ति शिवहरे भी शामिल हैं। ऑफिशियल रैफरी चुने गए बाकी तीन खिलाड़ियों ने भी मनोज शिवहरे के प्रशिक्षण में रहकर ही अपनी क्षमताएं विकसित की हैं।
कुल मिलाकर ताइक्वांडो के क्षेत्र में मुरैना जैसा छोटा सा जिला एक नए अर्श पर पहुंच रहा है और यह सब मनोज शिवहरे के प्रयासों का ही परिणाम है। मनोज शिवहरे ने अपनी धर्मपत्नी कामिनी शिवहरे को भी ट्रेनिंग दिलाकर उन्हें एक ख्याति दिलाई है। आज मनोज अपनी धर्मपत्नी के साथ मिलकर ताइक्वांडो एकेडमी चलाते हैं जहां मुरैना के बच्चे इस मार्शल आर्ट में महारत हासिल कर रहे हैं।
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