शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
होली रंगों का त्योहार है। रंग प्रतीक हैं सदभावना, प्रेम और विश्वास के। ये वही भाव हैं जो राधा-कृष्ण के प्रेम में नजर आते हैं। आगरा में शिवहरे समाज की धरोहर दाऊजी मंदिर से जुड़ी महिला समिति ने सूखे रंगों में इन्हीं भावों को घोलकर होली को सार्थकता प्रदान दी।
सदरभट्टी स्थित होटल जिज्ञासा पैलेस में दाऊजी मंदिर महिला समिति का होली मिलन समारोह हुआ। समारोह में वृंदावन से आई मंडली ने लीलाओं के माध्यम से राधा-कृष्ण की होली के महत्व को व्यक्त किया। श्याम वर्ण के भगवान कृष्ण को जब गौर वर्णीय राधा भाव नहीं देती हैं, तो मां यशोदा की अनुमति लेकर वह राधा से होली खेलते हैं और उन्हें अपने रंग में रंग देते हैं। ब्रज की होली इसी कथा की साक्षी है जो हर साल दोहराई जाती है। राधा-कृष्ण के स्वरूपों ने एक दूसरे के साथ होली खेलते हुए अध्यात्मिक प्रेम का ऐसा माहौल बनाया, कि सभी महिलाएं भगवान के रंग में सराबोर हो गईं। कृष्ण की लीला में खुद को गोपियों के रूप में शामिल करते हुए महिलाओं ने जमकर एक-दूसरे से होली खेली।
इससे पहले समिति की पदाधिकारियों ने सभी सदस्यों को चंदन का तिलक लगाकर स्वागत किया। हर बार की तरह इस बार भी महिलाओं को बर्थडे गिफ्ट दिया गया। साथ ही गेम्स भी खेले गए। समिति की संरक्षिका श्रीमती मालती देवी शिवहरे ने बताया कि दाऊजी मंदिर में चल रहे पुनरुद्धार कार्यों के कारण होली मिलन का आयोजन यहां (होटल जिज्ञासा पैलेस) में किया जा रहा है।
समिति की अध्यक्ष श्रीमती उपासना शिवहरे का कहना है कि हम होली में सादगी और शुद्धता को बनाए रखें, तो मानवता की यही सबसे बड़ी सेवा होगी क्योंकि आज सवाल सिर्फ पर्यावरण बचाने का नहीं है, बल्कि पवित्र भावनाओं को भी बचाने का है।
समारोह में समिति की उपाध्यक्ष मंजू शिवहरे, कोषाध्यक्ष अर्चना गुप्ता, संध्या, रेनू, सपना, वर्षा, सुनीता, स्वीटी, शैलजा, साधना, सीमा, शीतल, डौली, रीता, पायल, अंजू, नेहा, रूपाली, राजकुमारी, नीना आदि उपस्थित रहीं।
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