शिवहरे वाणी नेटवर्क
बैतूल।
मध्य प्रदेश के बैतूल में कलचुरी समाज के कार्यक्रम में अंततः वही हुई जिसकी आशंका शिवहरे वाणी ने पहले ही जता दी थी। एक शानदार सामाजिक आयोजन पर राजनीति की छाया पड़ गई। मंच पर राजनीतिक हस्तियों की मौजूदगी के चलते समाज भाजपा और कांग्रेस खेमे में बंटा नजर आया। शिवहरे वाणी को मिली जानकारी के मुताबिक, कड़वाहट इस हद तक पहुंच गई कि एक वर्ग कार्यक्रम का बहिष्कार करने तक को तैयार हो गया। हालांकि बाद में स्थिति संभाल ली गई। दूसरे सत्र में परिचय सम्मेलन व्यवस्थित और सुचारू तरीके से संचालित हुआ।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने शिवहरे वाणी को बताया कि आयोजन में जिस तरह राजनीतिक पहचान वाले अतिथियों को आमंत्रित किया गया था, उससे ऐसा कुछ गड़बड़ होने की आशंका पहले से थी। उनका कहना है कि कार्यक्रम में कमलनाथ, वी.नारायण सामी और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता को आमंत्रित किया गया, जिनकी पहचान पूरी तरह राजनीतिक है। वहीं भाजपा नेताओं की इसमें उपेक्षा की गई। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस सेवादल से जुड़े युवा नेता मनोज आर्य ने किया था, लिहाजा उन्होंने समाज के कांग्रेस से जुड़े नेता एकत्रित किए।
बैतूल के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में बने विशाल मंच से ज्यादातर वक्ताओं ने वहां मौजूद कांग्रेस के नेताओं खासकर कमलनाथ से मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में कलचुरी समाज के लोगों को टिकट और पद देने की मांग उठाई। लेकिन जब पुदुचेरी के मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायणसामी माइक पर आए तो पहले तो उन्होंने बताया कि कर्नाटक का प्रभारी रहने के दौरान उन्होंने अपने कलचुरी समाज के विधायक को मंत्री बनवाया, फिर केरल का उदाहऱण दिया और खुद की भी मिसाल दी। बात उस समय बिगड़ गई जब उन्होंने कहा कि वह समाज को अधिक से अधिक टिकट दिलाने का प्रयास करेंगे यदि यहां मौजूद लोग और समाज कहे कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस का समर्थन करेंगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस पर पंडाल में मौजूद करीब 80 फीसदी लोगों ने अपने हाथ उठा दिए।
इतना होते ही भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती रेखा शिवहरे और उनके पति राजेन्द्र शिवहरे ने खड़े होकर समाज के इस मंच का राजनीति के लिए उपयोग करने का आरोप लगाया। रेखा शिवहरे के विरोध से खासा हंगामा खड़ा हो गया। कुछ लोग मामला शांत कराने के लिए आगे आए तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। उधर भाजपा के पूर्वविधायक अलकेश आर्य भी नाराज नजर आए और मंच से उठकर चले गए। खबर यह भी थी धक्कामुक्की करने वालों के खिलाफ रेखा शिवहरे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाली थीं लेकिन समाज के वरिष्ठ लोगों के कहने पर इसे टाल दिया।
इसके बाद कमलनाथ माइक पर पहुंचे तो राजेन्द्र शिवहरे ने फिर विरोध शुरू कर दिया। पुलिस उन्हें शांत कराने पहुंची तो उस पर भी बरस पड़े। बाद में अर्चना जायसवाल और अन्य अतिथियों ने मंच से लोगों को समझाने की कोशिश की। कमलनाथ अपने भाषण में बेहद संयम बरतते नजर आए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य की युवा शक्ति आगे आए और इस बात की खुशी है कि कलचुरी समाज से कई प्रतिभाशाली और क्षमतावान युवा नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस से जुड़ रहे हैं। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष संतोष मालवीय, पूर्व विधायक सुरेश राय, सुमन राय, आरसी सरकार फाउंडेशन की किरण चौकसे समेत कई अन्य मौजूद रहे।
कार्यक्रम से दूर रहे मुनमुन राय
खास बात यह रही कि हाल में भाजपा में शामिल हुए निर्दलीय विधायक मुनमुन राय ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली। वह कार्यक्रम में नहीं आए। बता दें कि मुनमुन राय कांग्रेस नेता कमलनाथ के काफी नजदीकी माने जाते थे लेकिन हाल ही में उन्होंने भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया था। ऐसे में लोगों की निगाह कमलनाथ और मुनमुन राय के बीच मुलाकात पर भी टिकी हुई थी। लेकिन मुनमुन राय कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। कार्यक्रम में उनकी नामौजूदगी को लेकर लोगों में काफी चर्चा रही।
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