शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
शिवहरे युवाओं के संगठन मंदिर श्री राधेसेवा समिति के सदस्यों ने विश्व-कल्याण की कामना के साथ मां कैलादेवी के दरबार में हवन-यज्ञ किया। दानवों का नाश करने वाली और मानवों का उद्धार करने वाली मां कैलादेवी के दरबार में छप्पन भोग भी लगाए। सवा सौ कन्या-लांगुरों को भोजन कराया और उन्हें वस्त्र व पाठ्य-सामग्री भेंट की। सेवा और श्रद्धा के इस समारोह की पूर्वसंध्या पर कैला देवी धर्मशाला में जागरण हुआ जिसमे भक्ति, भाव और भजन की त्रिवेणी में समिति के सदस्य रातभर गोते लगाते रहे।
बता दें कि समाजिक कल्याण के क्षेत्र मे सक्रिय श्रीराधे सेवा समिति ने सामाजिक कार्य के लिए इस बार राजस्थान के करौली स्थित कैला देवी मंदिर को चुना। सेवा के साथ श्रद्धा के दोहरे लक्ष्य को लेकर आयोजित यह कार्यक्रम आगरा से करौली की यात्रा के रूप में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में समिति के सदस्यों के साथ ही आगरा के कई अन्य शिवहरेबंधुओं ने भी परिवार के साथ भागीदारी थी।
यात्रा की शुरुआत शनिवार सुबह श्रीराधे सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष सुनील शिवहरे के मारुति एस्टेट स्थित काजल बार से हुई। यात्रा से पहले समिति के सभी सदस्यों एवं उनके परिवार का स्वागत किया गया। यात्रा का मार्ग करौली मां के ऐतिहासिक वृतांत के आधार पर आगरा से बाड़ी होते हुए चुना गया। बाड़ी के बारे में कहा जाता है कि कैलादेवी धौलपुर के बाड़ी से ही करौली आई थीं और दानवों का संहार किया गया।
करीब 20 कारों में सवार होकर सभी सदस्य दोपहर को धौलपुर के बाड़ी पहुंचे जहां अशोक शिवहरे ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया और यात्रियों का माल्यार्पण कर समोसे और मिठाइयों से उनकी आवभगत की। कुछ देर के ठहराव के बाद यात्रा यहां से प्रस्थान कर शाम 5 बजे करौली में कैला देवी पहुंची। यहां कैला देवी धर्मशाला में यात्रियों के लिए नाश्ते-पानी का प्रबंध पहले से कर रखा था। नाश्ते के बाद कुछ देर विश्राम कर सभी यात्रियों ने मां कैला देवी के दर्शन किए। रात को धर्मशाला में जागरण का आयोजन किया गया जिसमें बाहर से आए कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक भेंटें प्रस्तुत कीं। इस दौरान भक्ति, भावों और भजनों की ऐसी धारा प्रवाहित हुई कि देर रात तक सभी सदस्य और उनके परिवारीजन झूमते रहे।
अगले दिन यानी रविवार की सुबह सभी सदस्य ढोल नगाड़ों के साथ छप्पन भोग के थाल लेकर कैला देवी भवन पहुंचे, जहां अजय शिवहरे, सुनील शिवहरे, मनोज शिवहरे और आनंद शिवहरे ने हवन की तैयारी पहले से कर रखी थी। सभी सदस्यों ने अपने परिवार के साथ बारी-बारी से हवन किया। हवन के बाद सदस्यों ने धर्मशाला में लौटकर सवा सौ कन्या-लांगुरों को भोजन कराया और उन्हें वस्त्र, पुस्तकें, कॉपियां भेंज कर उन्हें विदा किया। साथ ही कैला देवी के जयकारे लगाते हुए सभी सदस्यों ने आगरा के लिए प्रस्थान किया।
यात्रा मे समिति के मुख्य संरक्षक अरविंद गुप्ता (अध्यक्ष मंदिर श्री राधाकृष्ण आगरा) एवं मुकुंद शिवहरे (महासचिव, मंदिर श्रीराधा कृष्ण आगरा), समिति के संस्थापक सदस्य सुनील शिवहरे, अध्यक्ष धीरज शिवहरे, उपाध्यक्ष अजय शिवहरे (अज्जू भाई) एवं हरीश शिवहरे, सचिव किशन गुप्ता, कोषाध्यक्ष अखिलेश शिवहरे एवं नीरज शिवहरे के साथ ही मनोज शिवहरे, आनंद गुप्ता, आशू शिवहरे, अमित शिवहरे, अश्वनी गुप्ता, राजीव गुप्ता, संगम शिवहरे, बबलू शिवहरे, अशोक शिवहरे, राजीव शिवहरे, अंकुर गुप्ता, विवेक गुप्ता, सनी गुप्ता, संदीप गुप्ता, अमित गुप्ता, विपिन शिवहरे, हरीओम गुप्ता, राहुल शिवहरे, राजन भाई एवं किशन शिवहरे एवं उनके परिवार शामिल रहे।
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