शिवहरे वाणी नेटवर्क
बुरहानपुर।
ऐतिहासिक नगरी बुरहानपुर में कलचुरी समाज ने मंगल भवन का जो सपना 20-25 साल पहले देखा था, वह साकार हो गया है। आगामी 10 नवंबर को भवन का लोकार्पण किया जाएगा। भवन का निर्माण जाने-माने शिक्षाविद एवं मैक्रोविजन एकेडमी के संस्थापक आनंद प्रकाश चौकसे की अध्यक्षता वाले संगठन ‘हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलाल समाज’ ने कराया है। बुरहानपुर स्टेडियम के ठीक बगल में यह तीन मंजिला मंगल भवन बाहर से किसी भव्य और आधुनिक मॉल या होटल की झलक देता है।
मंगल भवन के भूतल पर 17 दुकानों का एक मार्केट बनाया गया जिसमें ज्यादातर दुकानें बेची जा चुकी हैं। ज्यादातर दुकानें समाज के लोगों को ही दी गई हैं। पांच दुकानें अभी बिकनी बाकी हैं। पहली मंजिल पर 19 कमरों का एक शानदार होटल बनाया गया है। इसका हर कमरा अत्याधुनिक सुविधाओं (एसी, फ्रज, फर्नीचर, बेड) से युक्त है।
हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलाल समाज बुरहानपुर के युवा अध्यक्ष प्रतीक चौकसे ने शिवहरे वाणी को बताया कि इस होटल के संचालन के लिए दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। एक विकल्प तो यह है कि समाज की संस्था ही इसका संचालन करे, दूसरा यह कि कोई बाहरी व्यक्ति इसे किराये पर लेकर चलाए। यदि समाज की संस्था इसका संचालन करती है तो इसमें काम करने वाले सभी कर्मचारी भी स्वजातीय ही रहेंगे।
भवन की दूसरी मंजिल पर बैंक्वेट हॉल बनाया गया है जो समाज के मंगल भवन का मुख्य हिस्सा है। वातानुकूलित बैंक्वेट हॉल में शादी ब्याह के अलावा समाज के परिचय सम्मेलन, सामूहिक विवाह, होली मिलन जैसे समारोह के आयोजन के लिए पर्याप्त स्पेस और सुविधा है। कलचुरी समाज के सामाजिक कार्यों के लिए यह बैंक्वेट निःशुल्क रहेगा, जबकि स्वजातीय बंधुओं को उनके बच्चों की शादी ब्याह के लिए कम दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। शाही-ब्याह के लिए बैंक्वेट हॉल लेने पर होटल के कमरे भी उन्हें उपलब्ध कराए जाएंगे।
तीसरी मंजिल पर एक ओपन शेड टैरेस बनाया गया है। इसे शादी ब्याह में प्रीतिभोज अथवा सामाजिक कार्यक्रम में सामूहिक भोज के लिहाज से तैयार किया गया है। इस तरह मंगल भवन को आधुनिक और व्यवहारिक दृष्टिकोण से बनाया गया है, जिसमें आनंद प्रकाश चौकसे की शख्सियत झलकती है। 10 नवंबर को होने वाले लोकार्पण समारोह में समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी, इंदौर के किशोर जाययवाल, मंत्री प्रदीप जायसवाल, अर्चना जायसवाल समेत कई लोग भागीदारी करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, करीब 25 साल पहले ‘हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलाल समाज’ के तत्कालीन अध्यक्ष श्री रामदास शिवहरे की पहल पर बुरहानपुर स्टेडियम के पास एक बड़ा भूखंड खरीदा गया था। सम्मानित समाजसेवी ऊखाजी चौकसे के सहयोग से खरीदे गए इस भूखंड के लिए समाज के 20-22 लोगों ने मिलकर योगदान किया था। इस भूखंड में दस हजार वर्ग फीट जमीन समाज का मंगल भवन बनाने के लिए छोड़ दी गई, और बाकी जमीन की प्लाटिंग कर दी गई। कुल 38 प्लॉट निकले जो इन्हीं 20-22 लोगों के बीच इनके द्वारा किए योगदान के हिसाब से कर दिया गया। इस तरह सहस्त्रबाहु अर्जुन नगर के नाम से समाज की एक कालोनी यहां बस गई। लेकिन समाज के मंगलभवन के निर्माण के लिए कोई पहल नहीं हो पाई।
फरवरी 2017 में ‘हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलाल समाज’ का अध्यक्ष मनोनीत होते ही आनंद प्रकाश चौकसे ने इस भूखंड पर मंगलभवन बनाने का संकल्प व्यक्त किया था। पंद्रह दिन के अंदर ही उन्होंने भूखंड पर भूमिपूजन कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया।संगठन के सचिव प्रवीन चौकसे और पूरी टीम की मेहनत और सहयोग से दो साल से भी कम समय में मंगलभवन बनकर तैयार हो चुका है।
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