शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा
वंडर गर्ल नैना जायसवाल और गूगल ब्वॉय अगस्त्य जयसवाल शनिवार को आगरा में रहे। भाई-बहन की यह मशहूर जोड़ी दयालबाग स्थित प्रिल्यूड पब्लिक समारोह में चीफ गेस्ट के रूप में पधारे। शाम को वार्षिकोत्सव से पहले दोनों का एक विशेष सत्र स्कूल के बच्चों के साथ हुआ जिसमें मंच पर उनके पिता अश्वनी कुमार और मां श्रीमती भाग्यलक्ष्मी भी मौजूद रहे। भाई-बहनों ने स्कूल के बच्चो को मोटीवेशनल स्पीच दी और अपने जीवन के अनुभव बयान करते हुए बताया कि नियोजित और अनुशासित प्रयासों से हम अपने बडे और साहसिक सपनों को भी साकार कर सकते हैं। इस दौरान आगरा में शिवहरे समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे शिष्टाचार भेंट की और बुके देकर ताजनगर में उनका स्वागत किया।
नैना और अगस्त्य के पिता अश्वनी कुमार ने शिवहरेवाणी को बताया कि वे बहुत शार्ट विजिट पर आगरा आए हैं और यहां जिस तरह उनका वेलकम हुआ, उससे अभिभूत हैं। उनका मानना है कि पेरेंट्स को अपने बच्चों को मोबाइल और स्मार्टफोन से दूर रखना चाहिए जो उनके बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में तो सहायता करेगा ही, साथ ही सुनिश्चित करेगा कि बच्चे मौलिक मूल विचार मजबूत रहे। यही बात उन्होंने प्रिल्यूड स्कूल में हुए कार्यक्रम में बच्चों और उनके पेरेंट्स से कही, जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने बच्चों की परवरिश कैसे की। पेशे से शिक्षक अश्वनी कुमार बताते हैं, "हमने नैना और अगस्त्य के लिए एक दिनचर्या बनाई, जिसमें ध्यान करना यानी मेडीटेशन, घर पर काम करना, कहानियां सुनना और हर शनिवार को रामायण और भगवद गीता पढ़ना। उनका कहना है कि नियमित रूप से फील्ड गेम खेलना और पढ़ाई करना, दोनों महत्वपूर्ण है। सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चे को व्यस्त रखें और दो बुराइयो – गैजेट्स और टीवी से दूर रखें। " उनका कहना है कि बच्चे स्पंज की तरह होते हैं जो सही तरीके से पेश की गई जानकारियों को सोख लेते हैं। वह कहते हैं कि सीखने को मजेदार बनाया जाना चाहिए। पढ़ाई को जब खेल समझते हैं, तो पढ़ना आसान हो जाता है।
नैना और अगस्त्य के आगरा आगमन की सूचना मिलने पर शिवहरे समाज के प्रतिनिधिमंडल ने संजय प्लेस स्थित होटल पीएल पैलेस में उनसे मुलाका की और गुलदस्ता भेंटकर उनका स्वागत किया। शिष्टमंडल में दाऊजी मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष भगवान स्वरूप शिवहरे, उत्तर प्रदेश जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र राज शिवहरे, दाऊजी मंदिर प्रबंध समिति के सचिव आशीष शिवहरे (जिज्ञासा पैलेस), प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के युवा नेता और शिवहरे जायसवाल युवा मंच के लकीराज शिवहरे और हिमांशु शिवहरे शामिल रहे। रविवार सुबह अश्वनी कुमार और उनका परिवार नई दिल्ली के लिए रवाना होगा। उन्होंने स्वागत के लिए आगरा के शिवहरे समाज का आभार जताया। इससे पूर्व पूरे परिवार ने ताजमहल भी देखा।
हैदराबाद में रहने वाले अश्वनी कुमार और श्रीमती भाग्यलक्ष्मी के दोनों ही बच्चे बिरले प्रतिभा के धनी हैं। नैना जायसवाल ने जहां महज 15 वर्ष की आयु में पोस्ट ग्रेजुएट कर लिया है, वहीं उनके भाई अगस्त्य केवल 13 वर्ष की उम्र मे जर्नलिज्म ग्रेजुएट हैं। नैना को वंडर गर्ल का खिताब इसलिए दिया गया है, क्योंकि उनके खाते में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों की भरमार है। नैना अभी 19 वर्ष की हैं और 'रोल ऑफ माइक्रोफाइनेंस इन वुमन एम्पॉवरमेंट (महिला सशक्तीकरण में सूक्ष्म ऋणों की भूमिका)' विषय पर पीएचडी कर रही हैं। यही नहीं, खेलों की बात करें तो वह टेबल टेनिस की अंडर-21 श्रेणी में छठी रैंक प्राप्त नेशनल खिलाड़ी हैं। वह नेशनल चैंपियन होने के अळावा साउथ एशिया टूर्नामेंट भी जीत चुकी है। और, वर्तमान में वह ओलंपिक 2024 खेलने का अपना सपना पूरा करने के लिए हाड़-तोड़ मेहनत कर रही है। यही नहीं, नैना पियानो बहुत अच्छा बजा लेती हैं। इसके अलावा उन्होने महज 7 वर्ष की अवस्था मे रामायण की सीडी रिकार्ड कराई थी। सबसे खास बात यह है कि वह दोनों हाथो से लिख लेती हैं। अंग्रेजी के ए से लेकर जेड तक की वर्णमाला कंप्यूटर पर महज 2 सेकेंड में टाइप कर सकती हैं।
वहीं अगस्त्य की बात करें तो वह अभी 14 वर्ष का है और मास कम्युनिकेशन की डिग्री प्राप्त कर चुका है। अगस्त्य के नाम 9 वर्ष की आयु में हाईस्कूल (दसवी) और 11 वर्ष की आयु मे इंटरमीडियेट (बारहवीं) करने का रिकार्ड भी है। अगस्त्य भी टेनिस खिलाड़ी हैं और स्टेट खेल चुके हैं।
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