November 25, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

Corona Warriors-3 मानवता के अदृश्य शत्रु से सीधे मोर्चे पर सरजू गुप्ता शिवहरे

शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा। 
कोरोना वायरस मानवता का एक नया अदृश्य शत्रु है, और वे लोग बेहद सम्मान के पात्र हैं जो इससे सीधा मोर्चा ले रहे हैं, अस्पतालों के कोरोना वार्ड जिनकी रणभूमि बने हुए हैं। कोरोना वॉरियर्स की इस कड़ी में जिक्र कर रहे हैं सरजू गुप्ता शिवहरे (काके) का जो इन दिनों आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में बनाए गए कोरोना वार्ड में संक्रमित मरीजों की सेवा में लगे हैं। 
सरजू और उनके परिवार के लिए यह पहला मौका है, जब वे एक-दूसरे से कम से कम 21 दिन के लिए बिछड़े हैं। एसएन कालेज में कार्यरत सरजू एक हफ्ते की ड्यूटी पर तैनात हैं। रात्रि की शिफ्ट में कोरोना संक्रमितों के वार्ड में जाकर उन्हें भोजन-पानी उपलब्ध कराने के साथ ही वार्ड को सेनेटाइज कराने की जिम्मेदारी उन पर है। ड्यूटी के पूरे समय उन्हें स्पेशल किट पहननी होती है जो ऊपर से नीचे तक शरीर को ढक देती है। कोरोना वार्ड में इस समय 38 मरीज हैं। नाइट शिफ्ट करने के बाद सरजू एसएन में ही टीवी वार्ड के पीछे बनाए गए अमेरिकन वार्ड में रहते हैं, जहां उनके विश्राम, खाने-पीने और सोने की व्यवस्था होती है। आज मंगलवार को उनकी ड्यूटी का तीसरा दिन है। यानी रविवार को उनकी हफ्तेभर की ड्यूटी पूरी हो जाएगी, जिसके बाद उन्हें 14 दिन के लिए किसी होटल में क्वैरंटाइन पर रखा जाएगा। इस तरह सरजू 4 मई से पहले न तो घर जा सकेंगे और ना ही घरवालों से मिल सकेंगे। 
हलवाई की बगीची स्थित 36, एमआईजी, कैलाशपुरी में रहने वाले सरजू के परिवार में बेचैनी की स्थिति है। पिता प्रेम विहारी गुप्ता को फख्र है कि उनका बेटा मानवता की इस जंग का एक योद्धा बना, लेकिन उसकी सेफ्टी को लेकर चिंतित भी हैं। वहीं सरजू की पत्नी भावना, जो कि नाई की मंडी निवासी रमेशचंद्र शिवहरे की पुत्री हैं, दिन-रात ईश्वर से पति की सलामती की दुआ करती हैं। बेटी खुशी और बेटा उज्ज्वल कोरोना को कोसते हैं जिसकी वजह से पापा घर नहीं आ पा रहे हैं। यह अलग बात है कि सरजू दिन में जब भी मौका मिलता है, फोन करके हाल-चाल ले लेते हैं। 
खुशी ने शिवालिक स्कूल से इंटरमीडियेट की बोर्ड परीक्षाएं दी हैं। एक समझदार बेटी की तरह वह एक ऐसी कड़ी बन गई है जो पूरे परिवार को आशावाद से जोड़े हुए है, घर के माहौल पर पापा की चिंता को हावी नहीं होने देती। छोटे भाई उज्ज्वल के साथ मिलकर पापा की घर वापसी पर उनके वेलकम के प्लान बनाती है, और पापा को भी फोन पर भरोसा दिलाती है कि यहां सब ठीक है, आप बेफिक्र होकर पूरे मन से ड्यूटी कीजिये। और हां, पापा को ‘आई लव यू’ कहना नहीं भूलती।
(यह स्टोरी शिवहरेवाणी के फोटो एडीटर अमित शिवहरे द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी पर आधारित है।) 
 

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