किशोर राय
प्रखर समाजसेवी श्री कमल नारायणजी जायसवाल के निधन का समाचार बेहद दुःखी कर गया है। एक गैर-राजनीतिक समाजसेवी के रूप में उनकी कल्याणकारी सोच, उनकी सादगी, सौम्यता, मृदुलता और निष्पक्षता वर्तमान और भविष्य की समाजसेवी संस्थाओं एवं उनके पदाधिकारियों को एक आदर्श के रूप में प्रेरित करती रहेगी। श्री कमल नारायणजी जायसवाल जैसे युग-पुरुष का होना समाज का सौभाग्य होता है, और उनका चले जाना समाज की बहुत बड़ी क्षति।
श्री हैहय क्षत्रिय समाज धर्मशाला ट्रस्ट इंदौर के वरिष्ठ ट्रस्टी श्री कमल नारायण जी जायसवाल कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे, लेकिन इस स्थिति में भी सामाजिक कार्यों में सक्रियता और योगदान में कभी पीछे नहीं रहे। श्री हैहय क्षत्रिय समाज धर्मशाला ट्रस्ट के वह एक आधार स्तंभ थे। निहालपुरा में ट्रस्ट द्वारा संचालित जायसवाल गेस्ट हाऊस के हाल में हुआ नवीकरण कार्य उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के बिना संभव नहीं था।
बीती 16 अप्रैल को प्रयागराज (इलाहाबाद) में उनका निधन हो गया। यह समाचार आते ही कलचुरी समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। देश में लॉकडाउन चल रहा है, और खासकर इंदौर में कोरोना संक्रमण की विभीषिका के चलते यह बहुत सख्ती से लागू है। ऐसे हालात में मुझ जैसे कई लोग जिन्हें श्री कमल नारायणजी का सानिध्य और मार्गदर्श प्राप्त हुआ, उनके अंतिम दर्शन नहीं कर सके। और, ना ही दुःख की इस घड़ी में उनके पुत्र श्री राकेश जायसवाल और पुत्रवधु श्रीमती अर्चना जायसवाल से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त कर सके। यह बात हमें सालती रहेगी।
श्री राकेश जायसवाल और श्रीमती अर्चना जायसवाल बड़े शिद्दत से पिताश्री की सेवा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। श्रीमती अर्चना जायसवाल राष्ट्रीय कलचुरी महासंघ की राष्ट्रीय संयोजक हैं, और मध्य प्रदेश कांग्रेस की एक प्रमुख नेत्री हैं। श्री हैहय क्षत्रिय समाज धर्मशाला ट्रस्ट के सभी ट्रस्टियों की ओर से एवम् राष्ट्रीय कलचुरी एकता महासंघ की ओर से दिव्य आत्मा को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं एवम् हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ब्रम्हलीन श्री कमल नारायण जी जायसवाल को अपने श्री चरणों में स्थान दें, एवं शोकाकुल जायसवाल परिवार को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
(लेखक श्री किशोर राय प्रतिष्ठित समाजसेवी हैं, राष्ट्रीय कलचुरी महासघ महासंघ मध्य प्रदेश के महासचिव हैं। पत्रकारिता से भी जुड़े हैं, प्रदेश टुडे के समाचार संपादक हैं और श्रमजीवी पत्रकार परिषद मध्य प्रदेश के प्रदेश महासचिव हैं।)
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