शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज के हर परिवार के सुख-दुख में साथ खड़ी रहने वाली श्रीमती ओमवती नहीं रहीं। 60 वर्षीय ओमवती काफी समय से लीवर की समस्या से पीड़ित थीं। बीती रोज दिनांक 26 मई, मंगलवार की शाम उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कर आज 27 मई, बुधवार को सुबह नौ बजे ताजगंज स्थित श्मशानघाट पर होगा।
ओमवती के आकस्मिक निधन ने शिवहरे समाज के लिए एक ऐसी रिक्तता उत्पन्न कर दी है, जिसकी भरपाई कर पाना बहुत मुश्किल होगा। ओमवती और उनके पति कैलाशी ने अपने पूरे जीवन नाई के रूप में शिवहरे समाज को अपनी सेवाएं दीं। किसी भी शिवहरे परिवर में शादी-ब्याह या बच्चा जन्मने जैसे सुखद अवसर हों या निधन जैसी कोई दुखद घटना, पति कैलाशी के साथ ओमवती की उपस्थिति मानों अनिवार्य होती थी। ओमवती ही थी जो हर शिवहरे परिवार को सुख-दुख के अवसर पर एक गाइड की तरह समाज के रीति-रिवाज से न केवल अवगत कराती थी, बल्कि सख्ती से उनका अनुपालन भी कराती थी, और कई बार इसके लिए झगड़ भी जाती थी। समाज में उसकी छवि एक दबंग महिला की थी जो अपने परिवार को भी लीड करती थी।
मूल रूप से नाई की मंडी में हल्का मदन की रहने वाली ओमवती कुछ समय पहले ही पारिवारिक मकान बेचकर पति कैलाशी के साथ मारुति एस्टेट में अपनी छोटी बेची पूजा और दामाद सचिन के पास रह रही थी। एक महीने पहले आज की ही तारीख में ओमवती की बड़ी बेटी नीतू के पति का निधन हो गया था जिसके चलते वह बहुत दुखी थीं।
बीती शाम ओमवती के निधन की सूचना मिलते ही शिवहरे समाज में शोक की लहर दौड़ गई थी। मंदिर श्री दाऊजी महाराज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री भगवान स्वरूप शिवहरे ने शोक संदेश जारी कर शिवहरे समाज की आजीवन सेवा के लिए ओमवती के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। शिवहरे समाज एकता परिषद ने भी शोक व्यक्त किया है। समाज के विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में ओमवती के निधन समाज के लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं।
समाचार
ओमवती नहीं रहीं…उनकी सेवाओं को भुला नहीं पाएगा शिवहरे समाज
- by admin
- October 29, 2016
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