November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

आईपीएस अफसर विनीत जायसवाल को ‘उत्कृष्ट शौर्य’ के लिए प्लेटिनम मेडल; गणतंत्र दिवस समारोह में किया गया सम्मानित

गोंडा।
गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल को ‘उत्कृष्ट शौर्य’ और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस महानिदेशक की ओर से प्लेटिनम मेडल से सम्मानित किया गया है। 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में देवी पाटल मंडलके आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने उन्हें सूबे के पुलिस महानिदेशक की ओर से प्रशस्तिपत्र और मेडल प्रदान किया। 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी विनीत जायसवाल ने अब तक के करियर में कई मौकों पर गुड पुलिसिंग और पुलिस मैनेजमेंट की शानदार मिसालें प्रस्तुत की हैं।
बता दें कि विनीत जायसवाल मूल रूप से योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर के रहने वाले हैं। विनीत जायसवाल ने कुशल नेतृत्व और मधुर व्यवहार से जिस तरह की पुलिसिंग अब तक की है, वह हर किसी को प्रभावित करती है। अपनी वर्दी और ड्यूटी के प्रति विनीत जायसवाल का परायणता और कर्मठता काबिले-तारीफ है। इसकी प्रेरणा उन्हें अपने पिता श्री राधेश्याम जायसवाल से मिली है जो जेल अधीक्षक रहे हैं। यही वजह है कि विनीत ने शिक्षा के दौरान ही खाकी वर्दी पहनने को अपना लक्ष्य बना लिया था। और, वह मैनेजमेंट व इंजीनियर के क्षेत्र में अच्छे अवसरों को छोड़कर पुलिस सेवा में आए हैं।


विनीत जायसवाल ने नोएडा में जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन से कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया, जिसके बाद इंफोसिस ज्वाइन की। इसी बीच आईआईएम, केरल में भी उनका चयन हो गया, लेकिन उन्होंने तो पुलिस सेवा में जाने का सपना देखा था जिसे पूरा करने के लिए 2011 से तैयारी शुरू की। लगातार दो असफलताओं के बाद तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता प्राप्त हुई और वह आईपीएस अधिकारी बन गए। पुलिस अकादमी में ट्रैनिंग के उपरांत विनीत जायसवाल को अंडर ट्रेनी अफसर के रूप में आगरा में तैनात किया गया। आगरा में थाना इंचार्ज रहते हुए उन्होंने कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर हलचल मचा दी थी। आगरा के बाद उन्होंने इलाहाबाद, इटावा, गौतमबुद्धनगर, नोएडा, शामली, बिजनौर में विभिन्न जिम्मेदारियों पर रहते हुए अपनी खास कार्यशैली से कामयाबी हासिल की।

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