आगरा।
आगरा के मेंटल एसाइलम (पागलखाने) में 31 वर्षीय सिद्धांत शिवहरे उर्फ अनु की मौत हो गई है। वह लगभग दस वर्षों से मेंटल एसाइलम में ही मनोचिकित्सकों की देखरेख में रह रहा था। मंगलवार 28 मई, 2024 की सुबह करीब 10 बजे संस्थान की ओर से उसके निधन की सूचना परिजनों को दी गई।
मूलतः ताजगंज निवासी सिद्धांत शिवहरे करीब 15 वर्ष पूर्व अपने पिता स्व. श्री धर्मेंद्र शिवहरे (पुत्र स्व. श्री राधेश्याम शिवहरे) की अचानक हार्टअटैक से मौत होने से बुरी तरह सदमे में आ गया था, और अवसाद की स्थिति में पहुंच रहा था। कुछ दिनों बाद मां स्व. श्रीमती भावना शिवहरे की आत्महत्या के बाद तो वह अपना मानसिक संतुलन पूरी तरह खो बैठा। तमाम उपचार के बावजूद उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई, और उसे मेंटल एसाइलम में भर्ती कराने की स्थिति आन पड़ी। सिद्धांत की इकलौती छोटी बहन स्वर्णा शिवहरे (पत्नी नितिन शिवहरे) ही उसकी देखरेख करती थी, वह निरंतर पागलखाने जाकर उससे मिलती रहती, चिकित्सकों से उसके मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी लेती और बीच-बीच में चिकित्सकों की सलाह व सहमति से उसे दयालबाग स्थित अपने ससुराल भी ले आती थी। लेकिन दुर्भाग्य से करीब दो वर्ष पूर्व स्वर्णा का भी निधन हो गया। तब से सिद्धांत पागलखाने से कभी बाहर नहीं आया। आज 28 मई की सुबह पागलखाने के प्रबंधन ने सिद्धांत के बहनोई नितिन शिवहरे को फोन पर उसकी मौत की सूचना दी। संस्थान के चिकित्सकों के मुताबिक, सिद्धांत बीती रात ठीक-ठाक सोया था, पूरी तरह स्वस्थ था। लेकिन, आज की सुबह नहीं देख पाया। रात किसी समय सोते समय उसकी मौत हो गई। मौत का सटीक कारण पोस्टमार्टम से स्पष्ट हो सकेगा, हालांकि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है। उसका अंतिम संस्कार दोपहर करीब 2 बजे ताजगंज स्थित विद्युत शवदाहगृह में किया जाएगा।
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आगराः सिद्धांत शिवहरे की पागलखाने में मौत; दर्दनाक कहानी बनकर रह गई थी जिंदगी
- by admin
- May 28, 2024
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