November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
वुमन पॉवर

नेहा जायसवाल को ‘प्राइड ऑफ एमपी’ अवार्ड; बाग प्रिंट कला से दुनिया में चमकाया मांडव का नाम

भोपाल/धार।
मध्य प्रदेश में धार जिले की ऐतिहासिक नगरी मांडव की नेहा जायसवाल को ‘प्राइड ऑफ एमपी’ अवार्ड से नवाजा गया है। नेहा जायसवाल पिछले 3-4 वर्षों से प्राकृतिक रंगों से बाग प्रिंट कला से साड़ियां व कपड़े तैयार कर रही हैं। यही नहीं, नेहा जायसवाल ने कुशल मार्केटिंग से बाग प्रिंट कपड़ों की ख्याति को देश-दुनिया में फैलाने के साथ ही क्षेत्र की कई महिलाओं को इसका प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भरता भी प्रदान की है।

बीते रोज भोपाल में राष्ट्रीय नारी सशक्तीकरण संघ के एक समारोह में नर्मदापुरम के सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने नेहा जायसवाल को ‘प्राइड ऑफ एमपी’ अवार्ड प्रदान किया। इस दौरान कला, व्यवसाय और राजनीतिक जगत की कई जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं। नेहा जायसवाल की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उन्होंने हैरीटेज सिटी ‘मांडव’ को अंतरराष्ट्रीय फलक पर एक नई पहचान से जोड़ा है। नेहा जायसवाल ने शिवहरेवाणी को बताया कि मांडव में उनके प्रतिष्ठान ‘रानी रूपमती हैंडलूम्स’ में अब विदेशों से भी काफी आर्डर आने लगे हैं। देश की कई बड़ी हस्तकला प्रदर्शनियों में नेहा जायसवाल के काम का प्रदर्शन हुआ है, और कई बड़े मंचों पर उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। नेहा जायसवाल के काम की शोहरत का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि मौजूदा केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व में मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री रहने के दौरान मांडव का दौरा किया तो नेहा के रुपमती हैंडलूम्स भी गए, उनका कामकाज देखा और जी खोलकर उनकी सराहना की। एमपी की मौजूदा महिला एवं बाल विकास मंत्री भी कुछ दिन पहले मांडव में उनके रूपमती हैंडलूम्स पहुंची थीं।

नेहा इंदौर के गांव देपालपुर की बेटी हैं और 17 साल पहले वीरेंद्र जायसवाल से विवाह कर मांडव की बहू बनी थीं। नेहा ने शादी के कुछ समय बाद मांडव में अपना पार्लर खोला और शहर में एक प्रमुख मेकअप आर्टिस्ट के रूप में अपनी पहचान बनाई। कोरोना काल में उन्होंने कुछ अलग करने की सोची और तब उनका ध्यान बाग प्रिंट हस्तकला की ओर गया।
बाग प्रिंट दरअसल धार जनपद के ही नगर ‘बाग’ की कला है जहां के ज्यादातर मुस्लिम परिवार इस काम में लगे हैं। इसमें कपड़े को प्राकृतिक रंगों से सांचे के ठप्पे (छापे) लगाकर प्रिंट किया जाता है। यह एक लंबी प्रक्रिया होती है और एक साड़ी को तैयार करने में 25 दिन तो लग ही जाते हैं। नेहा ने पहले इसकी पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझा और 2021 में महिलाओं का समूह बनाकर काम शुरू कर दिया। आज नेहा जायसवाल के जरिये 25 से अधिक आदिवासी महिलाएं इस काम में लगी हैं। नेहा अब समय समय पर ट्रेनिंग देकर और भी महिलाओं इस काम से जोड़ती जा रही हैं।
क्या है बाग प्रिंट कला, और इसकी प्रक्रिया
नेहा ने शिवहरेवाणी को बताया कि बाग प्रिंट कला में कपड़ों पर विभिन्न डिजाइन डालने के लिए केवल प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे लोहे की जंक से काला रंग बनाया जाता है, लाल रंग के लिए फिटकरी का इस्तेमाल होता है। इसी तरह हरड़, इमली के चिये, एलजिरिन पाउडर जैसे कई प्राकृतिक चीजों से तमाम रंग तैयार किए जाते हैं। नेहा जायसवाल ने बताया कि सबसे पहले कपड़े में से स्टार्च निकालने के लिए उसे गोबर में गलाया जाता है, फिर फिर कॉपर की कढ़ाई में कपड़े को गर्म कर साफ किया जाता है। इसके बाद प्राकृतिक रंग से खांचों के माध्यम से ठप्पे लगाकर कपड़े में डिजाइन डाली जाती है। एक साड़ी पर डिजाइन डालने में भी समय लगता है जो डिजाइन की जटिलता पर निर्भर करता है। इसके बाद कम से कम 10 दिन तक कपड़े को वैसे ही छोड़ दिया जाता है, फिर बहती पानी में उसे धोया जाता है। नेहा को कपड़ों की धुलाई के लिए 25 किलोमीटर दूर छोटी नदी पर जाना पड़ता है।

विशेष होते हैं कपड़ों के डिजाइन
नेहा जायसवाल बताती हैं कि बाग प्रिंट कला में खासा जोखिम भी है। जरा सी चूक कपड़े को खराब और कमजोर कर सकती है। यह छपाई सिल्क, जॉर्जेट, कॉटन समेत हर प्रकार की साड़ी व कपड़ों पर हो सकती है। सिल्क प्रोडक्ट ग्राहक को ज्यादा महंगे पड़ते हैं, फिर भी इसकी डिमांड बहुत अधिक है। नेहा के ज्यादातर डिजाइन मांडव की एतिहासिक इमारतों के प्रतीकों से प्रेरित रहे हैं लेकिन अब उनका ध्यान वैदिक डिजाइनों पर है। जैसे इन दिनों वह साड़ियों पर ज्यादातर ओम, सातिया जैसे वैदिक प्रतीकों क छपाई कर रही हैं और इसे बहुत पसंद भी किया जा रहा है।
घर के साथ संभाल रहीं बिजनेस
ग्रेजुएट शिक्षित नेहा जायसवाल के पति श्री वीरेंद्र जायसवाल मांडू में ही किराना स्टोर चलाते हैं, साथ ही वह भाजपा के नेता भी हैं। पति के जरिये उनका जुड़ाव भी भाजपा है। पार्टी ने नेहा को बुनकर प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाया है। नेहा का एक बेटा और एक बेटी है। बेटा संयम जायसवाल 11वीं क्लास में हैं, जबकि बेटी आरना पांचवी कक्षा में ढ़ेती है।

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