आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज की धरोहर ‘राधाकृष्ण मंदिर’ की प्रबंध समिति ने अपने अध्यक्ष श्री अरविंद गुप्ता को डा. बीआर आंबेडकर यूनीवर्सिटी कर्मचारी संघ का महासचिव चुने जाने पर बधाई दी है। रविवार को मंदिर समिति के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने श्री अरविंद गुप्ता से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की और विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के चुनाव में लगातार सातवीं जीत और महासचिव पद पर लगातार छठवीं बार निर्वाचित होने पर उनका अभिनंदन किया। इस दौरान मंदिर को लेकर आगामी योजनाओं पर विमर्श भी हुआ।
लोहामंडी में आलमगंज स्थित राधाकृष्ण मंदिर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अशोक शिवहरे ‘अस्सो भाई’, महासचिव श्री मुकुंद शिवहरे, कोषाध्यक्ष श्री कुलभूषण गुप्ता ‘रामभाई’, उपाध्यक्ष श्री रिषीरंजन शिवहरे, मंत्री श्री संजय शिवहरे और शिवहरेवाणी के संपादक श्री सोम साहू ने रविवार को अरविंद गुप्ता के महर्षिपुरम स्थित आवास पर जाकर उनसे शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान सभी ने श्री अरविंद गुप्ता को रिकार्ड छठवीं बार कर्मचारी संघ का महासचिव निर्वाचित होने पर बधाई दी, और फूलमालाएं व पटके पहनाकर और बुके भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
सभी ने श्री अरविंद गुप्ता को यूनिवर्सिटी महासचिव पद के नए कार्यकाल को लेकर शुभकामनाएं दीं। श्री कुलभूषण गुप्ता रामभाई ने कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है कि एक ऐसे व्यक्ति हमारे अध्यक्ष हैं जो यूनीवर्सिटी कर्मचारी संघ के चुनाव में कड़ी प्रतिद्वंद्विता के माहौल और विरोधी पक्ष के भरपूर प्रचार के बावजूद लगातार सातवीं बार विजयी हुए और महासचिव पद पर लगातार छठवीं बार निर्वाचित हुए हैं, निश्चय ही यह उनकी कार्यकुशलता और व्यवहार-कुशलता की जीत है। श्री अशोक शिवहरे ‘अस्सो भाई’ ने कहा कि राधाकृष्ण मंदिर और समिति के हम पदाधिकारी भी अरविंद भाई के इन गुणों की लाभार्थी है। महासचिव श्री मुकुंद शिवहरे ने कहा कि अरविंद भैय्या की लगातार सातवीं जीत मन में इस बात की खुशी पैदा करती है कि अच्छे लोग आज भी हर कहीं पसंद किए जाते है।
श्री अरविंद गुप्ता ने सभी का आभार जताते हुए कहा कि वह 24 वर्षों से यूनीवर्सिटी कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी में निर्वाचित होते आ रहे हैं, 20 वर्षों से महासचिव हैं, लेकिन यह चुनाव अब तक का सबसे मुश्किल चुनाव था। उन्होंने कहा कि ‘इस जीत ने ‘कार्य और कर्म’ पर मेरे भरोसे को और मजबूत किया है। मैंने साथी कर्मचारियों के बीच रहकर, उनसे जुड़कर पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वहन किया। मेरी यह जीत इसी का सुफल है।’ इस दौरान सभी पदाधिकारियों ने राधाकृष्ण मंदिर के व्यवस्थापन को लेकर चर्चा की। तय किया गया कि आगामी माह समिति की एक बड़ी बैठक बुलाई जाएगी जिसमें कुछ नए युवा और ऊर्जावान साथियों को कार्यकारिणी में शामिल करने के प्रस्ताव पर निर्णय लिया जाएगा। साथ ही मंदिर पुनर्निर्माण योजना के आगे के कार्यों को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
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