आगरा।
बोदला स्थित सेक्टर-7 के झूलेलाल पार्क में चल रहे श्रीमद भागवत कथा महोत्सव के तीसरे दिन बुधवार को कथा व्यास परमपूज्य आचार्य अतुल कृष्ण जी महाराज ने वामन अवतार कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा ऐसा साधन है जिससे मनुष्य को अनंत काल से चले आ रहे जन्म और मृत्यु के कालचक्र से मुक्ति मिल जाती है।
आचार्य अतुल कृष्ण महाराज ने कहा कि भगवान विष्णु ने देवराज इंद्र को स्वर्ग पर पुनः अधिकार प्रदान करने के लिए वामन अवतार लिया। ऋषि कश्यप और देव माता अदिति के पुत्र के रूप में भगवान विष्णु ने एक बौने ब्रह्मण के रूप में जन्म लिया। इन्हें ही वामन अवतार के नाम से जाना जाता है, ये विष्णु जी का पांचवा अवतार थे। उन्होने बताया कि राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगने का वचन लेकर भगवान वामन ने असुरों के आतंक से पृथ्वी को बचाया था।
कथा के अंत में परीक्षित श्री विकास गुप्ता शिवहरे और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सपना शिवहरे ने समस्त शिवहरे समाजबंधुओं और महिलाओं से झूलेलाल पार्क में चल रही श्रीमद भागवत कथा का श्रवण-लाभ लेने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को कथा के चौथे दिन भगवान राम और भगवान कृष्ण के जन्म का व्याख्यान होगा।
कथा में श्री विकास शिवहरे की माताजी श्रीमती शारदा गुप्ता, अनुज श्री राहुल गुप्ता एवं अनुजवधु श्रीमती शिल्पी गुप्ता, बहन-बहनोई श्रीमती रेखा शिवहरे एवं श्री हृदेश शिवहरे (ग्वालियर) और चाचा-चाची श्री शिवशंकर गुप्ता-श्रीमती शिखा गुप्ता एवं श्री हरीशंकर गुप्ता-श्रीमती रेखा गुप्ता, सत्यम गुप्ता-एकता गुप्ता के साथ कई शिवहरे समाजबंधुं और सेक्टर-7 निवासी भी शामिल हुए।
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