मुंबई।
मुंबई के श्री शौनक गुप्ता (शिवहरे) ने चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) बनकर अपने परिवार को नए साल का सबसे बड़ा तोहफा दिया है। 27 वर्षीय शौनक गुप्ता ने नौकरी करने के साथ-साथ सीए की पढ़ाई की और दिन-रात मेहनत कर माता-पिता के सपने को साकार किया।
द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने बीती 26 नवंबर की देर रात सीए फाइनल का रिजल्ट घोषित किया था। सफल अभ्यर्थियों में पुत्र शौनक का नाम देख पिता श्री सरजू गुप्ता और मां श्रीमती मनीषा गुप्ता की खुशी का ठिकाना न रहा और अगली ही सुबह वे खाटू श्यामजी के लिए रवाना हो गए। उन्होने खाटू श्यामजी के दर्शन कर मन्नत पूरी करने के लिए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। अब मुंबई में कांदीवली, चारकोप में निवास कर रहे श्री सरजू गुप्ता (पुत्र स्व. श्री हरिबाबू गुप्ता) मूल रूप से आगरा में नगला धाकरान के निवासी हैं, और गत 35 वर्ष से मुंबई में हैं। जबकि श्रीमती मनीषा गुप्ता (पुत्री स्व. श्री किशन शिवहरे) भी आगरा में नाई की मंडी स्थित शिवहरे गली से हैं। सरजू गुप्ता इंमिटेशन ज्वैलरी का बिजनेस करते हैं, जबकि मनीषा गुप्ता एक प्रतिष्ठित स्कूल में शिक्षिका हैं।
शौनक गुप्ता अपनी सफलता का पहला श्रेय माता-पिता को ही देते हैं, और बड़े भाई श्री हर्षित गुप्ता को अपनी प्रेरणा मानते हैं। हर्षित शिवहरे ने एक प्रतिष्ठित संस्थान से एबीए की डिग्री ली है, और अब सिटी बैंक में उच्च पैकेज के साथ वरिष्ठ पद पर मुंबई में ही पोस्टेट हैं। शौनक गुप्ता ने इंटरमीडियेट के बाद ही सीए की पढ़ाई शुरू कर दी थी। सीए करने के साथ-साथ बीकॉम किया और अंधेरी स्थित एक सीए फर्म में जॉब भी करते रहे। शौनक ने शिवहरेवाणी को बताया कि सीए की पढ़ाई के चलते उन्होंने तमाम जॉब अपॉर्च्युनिटीज को छोड़ा, माता-पिता ने भी हर निर्णय में उनका साथ दिया। शिवहरेवाणी से बातचीत में सरजू गुप्ता ने भावुक होकर कहा कि वर्ष 2024 उनके जीवन का सबसे अच्छा साल रहा, क्योंकि इसी साल उन्होंने अपना नया घर बनवाया, उसमें शिफ्ट हुए, और जाते-जाते बेटे को सीए का तमगा भी दे गया।
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