आगरा।
सावन का महीना शिव उपासना का होता है। कहते हैं कि सावन के महीने में भगवान शिव जी ने समुद्र मंथन से निकला विष पीकर सृष्टि की रक्षा की थी। आज सबसे बड़ी जरूरत है प्रदूषण से अपनी प्रकृति और पर्यावरण को बचाने की। इसीलिए सावन में पौधारोपण कर प्रकृति को हरित आवरण पहनाने से श्रेष्ठ शिव उपासना कोई और हो ही नहीं सकती।


ग्वालियर में कलचुरी महिला मंडल ने 51 फलदार, फूलदार और छायादार वृक्ष रौंप कर सावन में भगवान भोलेशंकर के प्रति सच्ची आस्था व्यक्त की। मंडल की सभी महिलाओं गत दिवस ग्वालियर की सिरोल पहाड़ी नगर वन (सिटी फॉरेस्ट) पहुंची जिसे पर्यावरण संरक्षण की ‘प्रयोग भूमि’ माना जाता है। मंडल की जिला अध्यक्ष श्रीमती गायत्री शिवहरे ने बताया कि जिस प्रकार कार्तिक माह मे दीपदान का महत्व है, उसी प्रकार सावन में वृक्षारोपण का महत्व होता है। वृक्ष भगवान शिव के प्रतीक हैं जो मानव जीवन के कष्टों को दूर करते हैं। इसी भावना से कलचुरी महिला मंडल ने सावन में वृक्षारोपण करने का निर्णय लिया है।


कार्यक्रम में महिला मंडल की संभागीय अध्यक्ष संगीता गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष आशा शिवहरे, सचिव रेणु शिवहरे, पार्षद अंजना शिवहरे, संरक्षक उर्मिला शिवहरे, ममता पवैया, सोनम राय, कीर्ति गुप्ता, पायल शिवहरे, मोहनी शिवहरे, भव्यता गुप्ता, ममता, गीता, हेमलता, किरण, रानी शिवहरे, माया राय, कविता गुप्ता, ममता शिवहरे समेत सभी सदस्य उपस्थित रहे।
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