October 8, 2025
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

आगरा के नगर मजिस्ट्रेट श्री राजेश जायसवाल की अंतिम संस्कार 30 अगस्त को अयोध्या में सरयू तट पर होगा; शव को लेकर लखनऊ रवाना हुए परिवारीजन

आगरा।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर एक भीषण सड़क हादसे का शिकार हुए आगरा के एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट (ACM) श्री राजेश जायसवाल के शव को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। देर शाम परिवारीजन उनके शव को लेकर लखनऊ में गोमती नगर स्थित उनके निवास के लिए रवाना हो गए। शनिवार, 30 अगस्त की सुबह राजेश जायसवाल के पार्थिव शरीर को अयोध्या ले जाया जाएगा, जहां दोपहर को पवित्र सरयू नदी के तट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।
बता दें कि श्री राजेश जायसवाल शुक्रवार, 29 अगस्त 2025 को अपनी क्रेटा कार से लखनऊ से आगरा लौट रहे थे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर फिरोजाबाद के नगला खंगर इलाके में एक रोजवेज बस ने उनकी क्रेटा कार को अचानक ओवरटेक कर दिया जिससे बस का पिछला हिस्सा उनकी गाड़ी के बोनट से टकरा गया। हादसे में श्री राजेश जायसवाल और उनका ड्राइवर पकज शर्मा बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें सैफई मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने श्री राजेश जायसवाल को मृत घोषित कर दिया। इटावा में शुक्रवार शाम को श्री जायसवाल के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
श्री राजेश जायसवाल के बड़े भाई श्री दिलीप जायसवाल ने शिवहरेवाणी को बताया कि उनके पार्थिव शरीर को गोमती नगर में जेनेश्वर मिश्र पार्क के निकट स्थित उनके निवास पर ले जाया जाएगा। शनिवार सुबह परिवारीजन औऱ मित्र-संबंधी उनके शव को लेकर अयोध्या के लिए रवाना होंगे, जहां दोपहर को पारिवारिक परंपरा के अनुरूप पवित्र सरयू तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। श्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि उनके पिता स्व. श्री राधेश्याम जायसवाल और माताजी स्व. श्रीमती मीरा जायसवाल का अंतिम संस्कार भी अयोध्या में ही किया गया था।
54 वर्षीय श्री राजेश जायसवाल मूल रूप से देवरिया के बरहज बाजार से हैं। उनकी स्नातक की शिक्षा भी बरहज बाजार में ही हुई, जिसके बाद उगोरखपुर विश्वविद्यालय से एमए (साइकोलॉजी) किया, साथ यूजीसी की नेट परीक्षा भी क्वालीफाई कर ली। लेकिन इसी दौरान 1994 में यूपी पीसीएस (लोअर सबोर्डिनेट) परीक्षा में उनका सलेक्शन नायब तहसीलदार के रूप में हो गया। वह नायब तहसीलदार के रूप में यूपी के तमाम शहरों में रहे। 2018 में वह प्रोन्नत होकर पीसीएस अफसर बन गए और पहली तैनाती मैनपुरी में एसडीएम के पद पर मिली। करीब दो साल पहले उनका ट्रांसफर आगरा में हुआ जहां पहले किरावली के एसडीएम रहे, और गत करीब एक वर्ष से नगर मजिस्ट्रेट के पद पर आगरा कलक्ट्रेट में पोस्टेड थे। डीएम कंपाउंड में रहते थे। जबकि उनका परिवार लखनऊ के गोमती नगर स्थित घर में रहता हैं।
श्री राजेश जायसवाल की धर्मपत्नी श्रीमती अल्का जायसवाल एक सुशिक्षित गृहणी हैं। उनकी बड़ी बेटी सुश्री सौम्या जायसवाल औऱ पुत्र आर्यन जायसवाल बीटेक करने के बाद सरकारी सेवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। वहीं सबसे छोटी बेटी सुश्री मुस्कान जायसवाल बरेली के एसआरएम मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है।
श्री राजेश जायसवाल अपने तीन भाइयों और तीन बहनों में सबसे छोटे थे। सबसे बडे भाई श्री अनिल कुमार जायसवाल कॉपरेटिव सचिव के पद से रिटायर्ड हैं और परिवार सहित गोमती नगर में रहते हैं। वहीं मंझले भाई श्री दिलीप जायसवाल बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक में सीनियर मैनेजर के पद से रिटायर्ड हैं औऱ वर्तमान में वह परिवार के साथ बरहज बाजार स्थित अपने पैतृक मकान में रहते हैं। तीन बहनें हैं जो लखनऊ, फैजाबाद औऱ मऊ में अपने-अपने परिवार के साथ रहती हैं।

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