November 22, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
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आस्था ने गंभीर ह्रदयरोगियों को दिलाया जीवन का विश्वास; हार्ट ट्रांसप्लांट के महज सात महीने बाद एम्स में दी डांस प्रस्तुति; एम्स के चिकित्सकों में खुशी

खुर्जा।
खुर्जा (बुलंदशहर) की आस्था गुप्ता का एक डांस वीडियो गंभीर ह्रदयरोगियों को न केवल जीवन की उम्मीद देने  वाला है, बल्कि  हृदय प्रत्यारोपण को लेकर उनके भय और आशंकाओं को दूर भी करता है। वीडियो बीते 3 अगस्त को ‘वर्ल्ड हार्ट ट्रांसप्लांट डे’ पर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आयोजित एक समारोह का है। कौन यकीन करेगा कि चिकित्सकों की तालियों के बीच स्टेज पर ‘ओ रे पिया…’ गाने पर डांस कर रहीं आस्था गुप्ता का इसी साल 7 जनवरी को एम्स में ह्रदय प्रत्यारोपित हुआ था। खुद एम्स के चिकित्सकों के लिए भी यह हैरान कर देने वाली खुशी थी। 
3 अगस्त को हार्ट ट्रांसप्लांट डे पर एम्स में आयोजित इस समारोह में आस्था गुप्ता  समेत कुछ ऐसे लोगों को बुलाया गया था जिनका ह्रदय प्रत्यारोपण एम्स में  किया गया था। इस प्रोग्राम में आस्था की डांस प्रस्तुति पर एम्स डायरेक्टर डा. रणधीर गुलेरिया और प्रत्यारोपण करने वाले चिकित्सकों की टीम ने जमकर तालियां बजाईं। उनके लिए यह केवल डांस नहीं था, बल्कि सात महीने में किसी हृदय प्रत्यारोपित  मरीज के पूरी तरह फिट होने का गौरव था। डांस प्रस्तुति के बाद उस ऑडीटोरियम में आस्था की स्थिति किसी सेलिब्रिटी जैसी हो गई, जहां बड़े-बड़े चिकित्सक उसके साथ अपने फोटो खिंचवा रहे थे।  आस्था ने शिवहरेवाणी को बताया कि एम्स के चिकित्सकों के प्यार और सम्मान ने उसे अभिभूत कर दिया। 

आस्था ने बताया कि ह्रदय प्रत्यारोपण को लेकर वह और उनके परिजन भी पहले काफी आशंकित थे लेकिन अब वह कह सकती हैं कि ह्रदय प्रत्यारोपण के बाद मामूली एहतियात बरतते हुए बिल्कुल सामान्य जीवन जिया जा सकता है। आस्था ने बताया कि वह घर में पहले से कहीं अधिक काम करती है। पूरी तरह स्वस्थ है और सबकुछ खा सकती है। चिकित्सकों ने केवल बाहर के खाने का परहेज बताया है। उनका कहना है कि बाहर के खाने में अशुद्धता और गंदगी के चलते संक्रमण का खतरा रहता है। 
बता दें कि खुर्जा (बुलंदशहर) निवासी श्री संजीव गुप्ता की धर्मपत्नी श्रीमती आस्था (शीनी) गुप्ता काफी समय से ह्रदय रोग से पीड़ित थीं। एम्स (दिल्ली) के ह्रदय रोग विशेषज्ञों ने उन्हें ह्रदय प्रत्यारोपण कराना तजवीज किया था। इसी साल 6 जनवरी को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती पंजाब की एक ब्रेन डेड महिला के परिजनों ने उसके अंगदान करने का निर्णय लिया, जिसकी सूचना मिलते ही एम्स प्रशासन ने तत्काल संजीव से संपर्क कर आस्था को बुलवा लिया। साथ ही चिकित्सकों की एक टीम को चंडीगढ़ के लिए रवाना कर दिया। एम्स चिकित्सकों ने चंडीगढ़ पीजीआई में 7 जनवरी दोपहर 12 बजे ब्रेनडेड महिला का आरपेशन कर उसके ह्रदय को निकाला और उसे लेकर एयर एंबुलेंस से दिल्ली रवाना हो गए। दोपहर 2.10 बजे एय़र एंबुलेंस इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची। यहां से एम्स तक ले लाने के लिए पहले ही ग्रीन कॉरिडोर बना लिया था। महज 25 मिनट में एयरपोर्ट से एम्स की दूरी तय कर ली गई। एम्स में हार्ट के पहुंचते ही आस्था का जटिल आपरेशन शुरू हो गया, जो 7 जनवरी की रात 10.30 बजे तक चला। प्रत्यारोपण पूरी तरह सफल रहा। 15 दिन में आस्था की एम्स से छुट्टी कर दी गई। अब सात महीने बाद आस्था पूरी तरह स्वस्थ है। 
मूल रूप से टूंडला (फिरोजाबाद) की रहने वाली आस्था (शीनी) jस्व. श्री सुभाषचंद्र गुप्ता (शिवहरे) की पुत्री हैं और स्व. श्री रामभरोसी लाल गुप्ता (रेलवे ड्राइवर) की पौत्री हैं । 2003 में आस्था का विवाह बुलंदशहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी श्री संजीव गुप्ता से हुआ। उनका एक 16 वर्षीय बेटा है अग्रिम गुप्ता। आस्था गुप्ता आगरा में मारुति एस्टेट स्थित पुष्प पुनीत विला निवासी श्री राजेश गुप्ता की भतीजी हैं और प्रतिष्ठित व्यवसायी श्री अविरल गुप्ता की सलहज हैं।
भारत में काफी महंगा है ह्रदय प्रत्यारोपण
ह्रदय प्रत्यारोपण भारत में काफी महंगा है। प्राइवेट अस्पतालों में इस पर 37 लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक का खर्चा आता है। हालांकि एम्स जैसे सरकारी अस्पताल में इसका खर्चा अपेक्षाकृत काफी कम है। आस्था के प्रत्यारोपण में कुल मिलाकर करीब 3 लाख रुपये ही खर्च हुए हैं। 
 

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