कोटा।
आसमान से मानों अंगार बरस रहे हैं, धरती पर जैसे आग लगी हुई है। ऐसी भीषण गर्मी, और उस पर सूखते जलस्रोतों और जलाशयों के चलते बेजुबान परिंदों और पशुओं की जान पर बन आई है। ऐसे में कोटा के कलाल समाज ने आज पेड़ों पर पानी के परिंडे बांधकर बेजुबान परिंदों की प्यास का इंतजाम कर दिया है।
कलाल समाज कोटा के युवा मंडल के साथी रविवार को बसंत विहार स्थित मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में एकत्र हुए जहां सभी ने पेड़ों पर चढ़कर उनकी डालों पर परिंडे बांधे। कलाल समाज कोटा के अध्यक्ष राहुल पारेता ने शिवहरेवाणी को बताया कि स्टेडियम में और उसके आसपास पचास से अधिक ऐसे घने छायादार पेड़ों पर परिंडे बांधे गए, जो दोपहर की धनी धूप और लू से सहमे बेजुबान परिंदों के लिए पसंदीदा ठिकाना होते हैं। युवा मंडल महामंत्री हिमांशु राय कलाल ने बताया कि कलाल युवा मंडल ने परिंडों को बांधने के साथ ही उनमें में नियमित रूप से पानी भरने की व्यवस्था भी निर्धारित की। युवा मंडल के संरक्षक विकास मेवाड़ा के मार्ग-दर्शन में और अध्यक्ष कपिल पारेता के निर्देशन में हुए इस पुण्यकार्य में उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष राहुल पारेता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आयुष पारेता, मनीष पारेता (बिट्टू), रौनक़ पारेता, मयंक पारेता रिंकू पारेता आदि का योगदान रहा।
इस दौरान उपस्थित रहे कलाल सभा कोटा के संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र भास्कर, अध्यक्ष राहुल पारेता, उपमंत्री आनंद मेवाड़ा, निर्धन विधवा महिला पेंशन योजना चेयरमैन जगदीश मेवाड़ा, कार्यकारिणी सदस्य बद्रीलाल पारेता, सांस्कृतिक मंत्री लोकेश पारेता, सहवरित सदस्य कमलेश पारेता, कस्तुरचंद पारेता, सामुदायिक भवन अधीक्षक राजकुमार कलवार, विधि सलाहकार एडवोकेट रोहित पारेता, बंटी पारेता, बंटी कलाल, मनीष टांक राजेंद्र टांक समेत सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने युवाओं की पहल की मुकतकंठ सराहना की।
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भीषण गर्मी में बेजुबान परिंदों की प्यास का इंतजाम; कोटा में कलाल युवाओं ने पेड़ों पर बांधे परिंडे
- by admin
- June 2, 2024
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