भोपाल।
समाज के उत्थान के लिए अच्छे संस्कार जरूरी हैं। अच्छे संस्कारों की असल परख, बुजुर्गों के प्रति उस समाज के युवाओं के प्रेम-व्यवहार और आदर-सम्मान से होती है। भोपाल का कलचुरी समाज फख्र कर सकता है कि उसके पास विपिन चौकसे और संजय चौकसे जैसे युवा हैं जो पिछले पांच साल से सर्वसमाज के बुजुर्गों को निःशुल्क तीर्थ यात्रा करा रहे हैं और अब तक लगभग 5000 बुजुर्गों को तीर्थ करा चुके हैं।
विपिन चौकसे सर्वधर्म तीर्थ दर्शन यात्रा समिति के बैनर तले हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर निर्धन बस्ती के लोगों को नर्मदा दर्शन एवं स्नान यात्रा पर ले जाते हैं। इनमें अधिसंख्या बुजुर्ग एवं महिलाएं होती हैं। बीती 15 जनवरी को वह लगभग 2000 लोगों को बसों से हौशंगाबाद में नर्मदा नदी के वार्दाभान तट पर बाईराम आश्रम ले गए जहां पवित्र स्नान कर नर्मदा मां पर 101 मीटर लंबी चुनरी चढ़ाई और महाआरती कर भव्य भंडारा किया। युवाओं ने बुजुर्गों को भोजन कराकर तिलक लगाया और उन्हें कंबल भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया।
इससे पूर्व तीर्थ यात्रा पर जाने वाले सभी लोग सुबह 10 बजे भोपाल के आनंदनगर पहुंचे जहां चाय-नाश्ता करने के बाद चुनरी यात्रा निकाली गई। इसके बाद सभी बुजुर्ग बसों में सवार हुए। एलएनसीटी समूह के सचिव और विश्वविद्यालय के चांसलर डा. अनुपम चौकसे ने धर्म-ध्वज दिखाकर यात्रा को रवाना किया। उन्होंने कहा कि कलचुरी कलार समाज के युवा श्रवण कुमार बनकर बुजुर्गों, महिलाओं और श्रद्धालुओं को यात्रा करा रहे हैं। आज के भागदौड़ भरे जीवन में अपनों के साथ वक्त बिताने का लोगों के पास वक्त नहीं है, और ऐसे में सभी धर्मों के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने की कलचुरी समाज के युवाओं की पहल उनके सपनों को साकार कर रही है। इस अवसर पर कलचुरी सेना के विपिन चौकसे और संजय चौकसे के अलावा कौशल राय, प्रमोद राय, वीर सिंह राय, लक्ष्मी नारायण चौकसे, राजेश राय मौजूद रहे। हौशंगाबाद में सारी व्यवस्थाएं युवा सामाजिक कार्यकर्ता संदीप जायसवाल की देखरेख में हुई।
बता दें कि आनंदनगर निवासी विपिन चौकसे ने पांच वर्ष पूर्व अपने पिता पूर्व पार्षद स्व. श्री बालमुकुंद चौकसे की स्मृति में सर्वधर्म तीर्थ दर्शन यात्रा समिति बनाई थी। यह समिति प्रतिवर्ष संक्रांति के अवसर पर बुजुर्गों को नर्मदा स्नान के लिए ले जाती है। इसमें सभी वर्गं के लोग शामिल रहते हैं। सभी बुजुर्ग यात्रियों का बीमा भी कराया जाता है। विपिन बताते हैं कि पहले 270, दूसरे वर्ष 450 नागरिक गए। तीसरे वर्ष 800 और चौथे वर्ष 1500 से अधिक नागरिक इस यात्रा के माध्यम से नर्मदा स्नान कर चुके हैं। इस बार लगभग 2000 लोगों को तीर्थ यात्रा पर ले गए थे।
खास बात यह है कि भोपाल में कलचुरी सेना भी बुजुर्गों को तीर्थ यात्राएं कराती रही है। कलचुरी सेना अब तक 251 बुजुर्गों को महेश्वर, 350 को ओंकारेश्वर यात्रा सहित 151 बुजुर्गों को सिंहस्थ स्नान एवं भ्रमण करा चुके हैं। वरिष्ठ नागरिक मंच के अंतर्गत कल्पना राय और डीपी गुप्ता भी बुजुर्गों को नलखेड़ा सहित अन्य तीर्थों की निःशुल्क यात्राएं करा चुके हैं।
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