उदयपुर।
1. ‘मैं एमटेक हूं, शासकीय इंजीनियरिंग कालेज मे लेक्चरर हूं, उम्र 32 साल है…ऐसी कोई चाहत नहीं कि लड़का खूब कमाता हो, मगर हां इतना तो हो कि मेरी इच्छाएं पूरी कर सके। यहां है कोई ऐसा और मुझे पसंद करता है तो प्लीज मेरे पेरेंट्स से कांटेक्ट करें।‘
1. ‘मैं 33 साल की हूं, आत्मनिर्भर हूं। 2014 में मेरी शादी हुई थी और 2018 में तलाक हो चुका है। मुझे ऐसे जीवनसाथी की तलाश है जो मुझे स्पेस दे, भावनाओं की कद्र करे।‘
आत्मविश्वास से लबरेज विवाहयोग्य युवतियों ने मंच पर आकर बेबाकी से अपना परिचय दिया तो उदयपुर के सुवालका भवन का पूरा पंडाल तालियों से शोर से गूंज उठा। मौका था अखिल भारतीय कलवार, कलाल, कलार महासंघ की ओर से रविवार को आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन का। परिचय सम्मेलन में 250 युवक-युवतियों के बायोडेटा प्राप्त हुए जिनमे से 60 युवक-युवतियों ने मंच पर आकर अपना परिचय दिया। मंच से परिचय देने वाले युवक-युवतियों को आयोजन समिति की ओर से प्रोत्साहन स्वरूप ब्लूटुथ स्पीकर भेंट किए गए।
मंच से परिचय की शुरुआत लड़कियों ने की। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के विभिन्न छोटे-बड़े शहरों से आईं उच्च शिक्षित लड़कियों ने हाथ में माइक लेकर जिस आत्मविश्वास के साथ अपना परिचय दिया, उसकी सभी को प्रभावित किया। मजे की बात यह कि जो लड़के शुरू में मंच से परिचय देने में झिझक रहे थे, लड़कियों के प्रजेंटेशन ने उन्हें भी प्रेरित किया। कोटा से पहुंचा एक युवक तो इस कदर प्रेरित हुआ कि उसने मंच पर आकर सबसे पहले इस सच को स्वीकार किया कि इन लड़कियों के कारण ही वह मंच पर आने की हिम्मत कर सका है। राजस्थान पुलिस में एसआई इस युवक ने मंच पर इन लड़कियों के समर्पित करते हुए एक फिल्मी गाना भी गाया।
माहौल इस कदर प्रेरित करने वाला था कि मंच पर मौजूद अवार्ड विनिंग शार्टफिल्म प्रोड्यूसर एवं डायरेक्टर डा. उत्पल सुवालका ने भी लगे हाथ अपना वैवाहिक परिचय डाला, ऐसे में फिल्म अभिनेत्री प्रीती चौकसे भी कहां पीछे रहने वाली थीं। उन्होंने हाथ में माइक लेकर अपना वैवाहिक परिचय दिया, कहा-मैं अभिनेत्री हूं, एक्टिंग मेरा पैशन है और शादी के बाद भी इसे जारी रखना चाहूंगी, किसी स्वजातीय युवक से ही विवाह करना चाहती हूं, है यदि कोई योग्य युवक जो मेरी इस शर्त पर राजी हो तो प्लीज संपर्क करे।
कुल मिलाकर उदयपुर के परिचय सम्मेलन ने एक तरह ऐलान किया कि कलार, कलाल, कलवार समाज की नई पीढ़ी आधुनिकता के साथ कदमताल कर रही है, दकियानूसी सोच की बेड़ियां में वो कैद होना नहीं चाहती। समाज में तलाक के बढ़ते मामले बेशक चिंताजनक हैं लेकिन नई पीढ़ी इस सच को स्वीकार कर बिना किसी झिझक के जीवन में आगे का रास्ता तय करने को तैयार है। मंच से कुछ युवतियों का खुलकर कहना कि वह तलाकशुदा है, इस बात की तस्दीक करती है। परिचय सम्मेलन का मंच संचालन सूर्यप्रकाश सुवालका और नम्रता चौधरी ने किया। तमन्ना सुवलका, मधुबाला जायसवाल और धारावती चौधरी ने बायोडेटा संकलित किए।
अतिथियों ने समाज की एकता पर दिया जोर
बांसवाड़ा के युवा समाजसेवी एवं प्रदेश प्रभारी हरीश कलाल और उदयपुर मे बड़ी सादड़ी निवासी कैलाश चौधरी के मुख्य संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत सरकार के जीव-जन्तु बोर्ड के सदस्य श्री एमएस अहलुवालिया थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में आधार कार्ड के जनक सुनील जायसवाल, फिल्म निर्देशक एवं अभिनेता मुकेश चौकसे, अभिनेत्री प्रीती चौकसे उपस्थित रहीं। अध्यक्षता महासंघ के अध्यक्ष सतोष शाह कलवार ने की। कार्यकारी अध्यक्ष रमेशचंद्र अहलुवालिया, राष्ट्रीय महासचिव चंपाला सिसोदिया, कन्हैयालाल पारेता, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चंद्रेश कलाल, सीएम राजस्थान के ओएसडी मुकेश कलाल आदि वक्ताओं ने अपने संबोधन में समाज की एकता पर जोर दिया।
35 अति प्रतिभाशाली लोगों को किया सम्मानित
कार्यक्रम मे राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर उपलब्धियां हासिल करने वाली 35 अति प्रतिभाशाली लोगों का विशेष सम्मान किया गया। प्रदेश प्रभारी हरीश कलाल ने आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले 11 पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को तलवार भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत मं हरीश कलाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
महिलाओं की बड़ी भागीदारी, बहनों ने प्रस्तुत किया भरतनाट्यम
महिलाओं ने आयोजन में बढ़चढ़कर भागीदारी की। खासकर उदयपुर के कलार समाज की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के लिए मंच पर उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मंच व्यवस्था से लेकर स्वागत और आवासीय व्यवस्था तक में महिलाओं की भागीदारी रही। महिलाओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया, वहीं स्वागत नृ्त्य ओजस्वी एवं माही ने प्रस्तुत किया। उदयपुर निवासी श्री राकेश मेवाड़ा एवं श्रीमती प्रतीक्षा मेवाड़ा की दोनों पुत्रियों ओजस्वी एवं माही ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति से सभी को प्रभावित किया। मंच पर उपस्थित श्री सुनील जायसवाल ने अपनी ओर नगद पारितोषिक देकर दोनों बेटियों को सम्मानित किया।
इन लोगों ने संभाली व्यवस्था
आयोजन में आवास व्यवस्था भावना सुवालका एवं भेरुलाल कलाल ने संभाली, भोजन व्यवस्था बालकृष्ण सुवालका, मनीष जायसवाल, जगदीश पुर्बिया, सोहनलाल सुवालका एवं रमेश कलाल की देखरेख मे हुई। मंच व्यवस्था लीना जायसवाल, मंजू पूर्बिया, पूजा सुवालदा ने देखी। मीडिया व्यवस्था नरेश पूर्बिया और पृथ्वीराज सुवालका के हाथ रही। वित्त व्यवस्था चुन्नीलाल कलाल एवं बाबूलाल कलाल ने संभाली जबकि स्वागत व्यवस्था सुनीता सुवालका और सोनल टांक के हाथ रही।
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