February 24, 2025
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

इसलिए अहम है 21 जून…कोरोना के खिलाफ कल से खुद को कीजिये तैयार

शिवहरेवाणी नेटवर्क
नई दिल्ली।
21 जून को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जाएगा। यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल एक पब्लिक इवेंट में हजारों लोगों के साथ योग दिवस मनाते रहे हैं। लेकिन, इस बार कोरोना संकट में ऐसा नहीं होगा। इस बार आप खुले में सामूहिक रूप से योग नहीं कर पाएंगे, बल्कि घर में ही योग दिवस सेलिब्रेट करना होगा। इस साल की थीम है-‘योगा एट होम एंड योगा विद फैमिली।’
8 लाख से अधिक यूजर्स वाले फिटनेस सोशल नेटवर्क FITTR के संस्थापक और मास्टर ट्रेनर जितेंद्र चौकसे के मुताबिक, मौजूदा हालात में योग दिवस मनाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि लोग घर में ही तमाम ऑनलाइन योगा सेलिब्रेशन्स में भाग लें। 21 जून को कई ऑनलाइन क्लासेज चलाई जा रही हैं जिसमें आप शामिल हो सकते हैं। चौकसे के  फिटनेस सोशल नेटवर्क FITTR की ओर से भी अपने फिटर एप और फेसबुक पेज पर ऑनलाइन सेशन आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा फिटनेस एप केयर.फिट एक करोड़ लोगों का सूर्य नमस्कार चेलेंज आर्गनाइज कर रहा है। यह पूरे दिन का इवेंट है जिसमें 170 लाइव क्लासेज चलाई जाएंगी। 
आज जबकि कोरोना संकट के चलते लोग ज्यादातर घर में रह रहे हैं और बेचैनी व तनाव से जूझ रहे हैं-योग की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महसूस की जा रही है। दरअसल योगा एक तनाव प्रबंधन उपकरण (stress management tool) के रूप में काम करता है जिसे हम लॉकडाउन पॉलिसी का अनुपालन करते हुए यानी घर में रहते हुए भी कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया में लॉकडाउन के दौरान लोग तनाव से बुरी तरह पीड़ित हैं और ऐसे में आत्महत्या करने वालों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।
यह देखा पाया कि जो लोग नियमित रूप से योगाभ्यास करते हैं वे लोग तनाव और अवसाद से दूर रहते हैं। योगाभ्यास से संवेदनशीलता, विनम्रता, आत्म-सम्मान, आशावाद जागृत होते है जो कोरोना के खिलाफ जंग के लिए सबसे जरूरी गुण हैं। जो लोग योग, ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास कर रहे हैं, उन्होंने उच्च स्तर की प्रतिरक्षा और फेफड़ों की ताकत का अनुभव किया है, जिससे कोरोना वायरस के लिए उनके शरीर को प्रभावित करना मुश्किल हो जाता है।
कोरोना के तीन पहलू हैं जिससे वह स्वस्थ शरीर पर आक्रमण करता है पहला है तनाव, दूसरा श्वसन तंत्र और तीसरा प्रतिरक्षा प्रणाली। ऐसे में योग एक बेहतर विकल्प है जिससे तनाव को कम करने और श्वसन तंत्र प्रणाली की शुद्धि करके, प्रतिरक्षा शक्ति को मजबूत बनाया जा सकता है।
बीते रोज शिवहरेवाणी ने 88 वर्षीय केएस जायसवाल के कोरोना संक्रमण से उबरने की कहानी प्रकाशित की थी। श्री जायसवाल ने स्वयं माना कि नियमित रूप से दो घंटे के योगाभ्यास के चलते ही वह हमेशा निरोग रहे और इस उम्र में भी अपनी मजबूत रोग प्रतिरोधकता के चलते कोरोना को हरा पाए। 
…तो आप भी कोरोना के खिलाफ खुद को तैयार करें…21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग को अपने जीवन में शामिल करने की तैयारी कर लीजिये. ।
 

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