भगवान स्वरूप शिवहरे ने संस्था को डोनेट किया एक कुंटल आटा, और एक कुंटल चावल
शिवहरे वाणी नेटवर्क
दुनिया मे भोजन की कोई कमी नहीं है, लेकिन यह सभी तक पहुंच नहीं पाता। आज भी हर आठवें व्यक्ति की मौत भूख से होती है। इतनी तरक्की के बाद भी दुनिया में भूख आज भी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। लॉकडाउन के दिनों में भूख की चुनौती और गंभीर हो गई है। कोरोना वॉरियर्स श्रृंखला की आज की कड़ी में हम बात करेंगे एक ऐसे शिवहरे युवा की जो आम दिनों में भी इस कोशिश में रहता है कि कोई भूखा न सोए। लॉकडाउन में बस काम करने का तरीका बदला है।
यह शख्स है आगरा में फतेहाबाद रोड स्थित ताजनगरी निवासी सौरभ गुप्ता (शिवहरे) जो अपने कजिन शिवम गुप्ता के साथ मिलकर इन दिनों लॉकडाउन में भूख से जूझ रहे परिवारों को भोजन सामग्री पहुंचा रहे हैं। दोनों भाई रॉबिनहुड आर्मी नाम की एक संस्था के वॉलेंटियर है। रॉबिनहुड अंग्रेजी लोककथाओं का एक पात्र है जो अमीरो को संपत्ति लूटकर उसे गरीबों में बांटता था। इस संस्था का लक्ष्य है धनवानों से डोनेशन के रूप में सहायता लेकर उसे गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंचाना।
लॉकडाउन के दिनों में सौरव गुप्ता अपने वॉलेंटियर्स के साथ अब तक 2000 से अधिक जरूरतमंद परिवारों तक भोजन सामग्री पहुंचा चुके हैं। हर जरूरतमंद को एक पैकेट दिया जाता है जिसमें 5 किलो आटा, 2 किलो चावल, 1 किलो दाल, 1 लीटर ऑयल और 2 किलो आलू होता है।
इसके लिए राजा की मंडी में संस्था ने गोदाम बनाया हुआ है, जहां लोगों द्वारा डोनेट किया गया राशन रखा जाता है। यहीं से किट तैयार कर जरूरतमंदों तक पहुंचाई जाती है। हाल ही में मंदिर श्री दाऊजी महाराज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री भगवान स्वरूप शिवहरे ने एक कुंटल आटा और एक कुंटल चावल की सहायता सामग्री जरूरतमंदों को देने के लिए सौरभ के माध्यम से संस्था को भेंट किए थे। श्री भगवान स्वरूप शिवहरे ने ही इस संस्था और सौरभ गुप्ता के प्रयासों की जानकारी शिवहरेवाणी को दी।
सौरभ गुप्ता ने बताया कि संस्था का प्रत्येक वॉलेंटियर अपने-अपने क्षेत्र से और परिचितों से दान में दी गई राशन सामग्री एकत्र करता है, और सुबह 6 बजे से 9 बजे के बीच राजा की मंडी स्थित संस्था के स्टोर पर उसे पहुंचाता है। वहीं से पैकेट तैयार कर जरूरतमंदों के पास पहुंचाए जाते हैं।
इस लॉकडाउन में रॉबिनहुड आर्मी ने राष्ट्रीय स्तर पर ‘सीनियर पेट्रोल’ नाम से एक कैंपेन भी शुरू किया है, जिसके तहत ऐसे बुजुर्ग जो किसी वजह से अकेले रहते हैं, को राशन या मेडिसिन की जरूरत होने पर उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए उन्हें संस्था की बेवसाइट https://robinhoodarmy.com/ पर सूचना देनी होती है।
सौरभ गुप्ता पुत्र स्व. श्री राजकुमार गुप्ता अपनी माताजी श्रीमती रजनी गुप्ता और भाई गौरव गुप्ता के साथ ताजनगरी में रहते हैं। सदरभट्टी स्थित मंदिर श्री दाऊजी महाराज मार्केट में उनकी शू मेटेरियल की दुकान है। हाल ही में कानपुर में उन्होंने रेडीमेट गारमेंट की फैक्ट्री शुरू की है जिसमें लॉरेन प्लस ब्रांडनेम से शर्ट्स और कुर्ता-पायजामे बनाए जाते हैं। इतनी व्यावसायिक व्यस्तता के बावजूद वह रॉबिनहुड आर्मी के लिए काम करने का वक्त निकाल लेते हैं। वह कहते हैं कि लॉकडाउन मे जरूरतमंद लोग किसी न किसी माध्यम से हमसे संपर्क करते हैं। हम उन तक भोजन सामग्री पहुंचाते हैं। कई बार खुद पहुंचाते हैं, अच्छा लगता है जब उन लोगों को बहुत खुश देखते हैं, वे दुआएं देने लगते हैं। सौरभ ने बताया कि हाल ही में हम एक जरूरतमंद परिवार के पास भोजन सामग्री लेकर पहुंचे तो उन लोगों ने हमें गले लगा लिया, रुंधे हुए गले से बोले-हमारे पास खाना खत्म हो गया था..और हम किसी से कह नहीं पा रहे थे।
सौरभ गुप्ता ने बताया कि भूख के खिलाफ रॉबिनहुड आर्मी की जंग कोई नई नहीं है। संस्था ने एक अभियान चलाया हुआ है जिसमें भोजन को खराब नहीं जाने देने का लक्ष्य है। होटलों में जो रोज भोजन बचता है, शादी समारोह में बचे हुए भोजन, या कहीं और भी जहांभोजन बचता है, हम वहां से उस भोजन को एकत्र करते हैं और फिर उसे पैकेट बनाकर सड़क किनारे या मलिन बस्तियों मे रहने वाले जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाते हैं, ताकि उन्हें भूखा न सोना पड़े।
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