कानपुर।
कानपुर की जानी-मानी सोशल एक्टिविस्ट डा. सुभाषिनी शिवहरे खन्ना को महानगर में ‘मतदाता जागरूकता अभियान’ का सिटी आइकॉन बनाया गया है। शहर की हैप्पीनेस के लिए सक्रिय संस्था ‘मुस्कुराए कानपुर’ की ओर से यह वृहद मतदाता जागरूकता अभियान आगामी 12 मई तक चलाया जाएगा। डा. सुभाषिनी शिवहरे ने शिवहरेवाणी को बताया कि उनका लक्ष्य उन मतदाताओं को भी घर से बाहर लाकर मतदान करवाना है जो इसे छुट्टी का दिन मानकर घऱ में ही रहते हैं। बता दें कि कानपुर में चौथे चरण के अंतर्गत 13 मई को मतदान होना है।
डा. सुभाषिनी शिवहरे पेशे से तो डेंटिस्ट और बिजनेस वुमन हैं, उनकी कैंडल (मोमबत्ती) का कारोबार है लेकिन कानपुर में उनकी बड़ी पहचान एक सोशल एक्टिविस्ट के रूप मे है। खास बात यह है कि उन्होंने अपने बिजनेस से सैकड़ों जरूरतमंद महिलाओं को जोड़कर उन्हें नियमित आय का विकल्प उपलब्ध कराया है। उनका ‘सुभाषिनी शिवहरे फाउंडनेशन’ नाम से एक एनजीओ भी है जिसके बैनर तले सामाजिक सेवा के कार्य करती रही हैं।
कानपुर जेल की महिला सेल में उन्होंने सैकड़ों महिला कैदियों को शिक्षित किया और उन्हें मोमबत्ती बनाना व ब्यूटी पार्लर का काम सिखिया। इनमें कई महिलाएं जेल से निकलने के बाद आज आत्मनिर्भरता के साथ बेहतर जीवन व्यतीत कर रही हैं। डा. सुभाषिनी ने शहर में ’गंगा सफाई अभियान’ चलाने के साथ ही औद्योगिक इकाइयों को पवित्र गंगा को प्रदूषित न करने और उसकी साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए प्रेरित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण काम किया है। यही नहीं, ‘खुशियों का पोस्टबॉक्स’ प्रोजेक्ट तो उनकी पहचान से जुड़ चुका है। इसके अंतर्गत वह अपने वॉलंटियर्स के साथ मलिन बस्तियों में जाकर गरीब बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ उन्हें कपड़े, खिलौने आदि सामान भी देती हैं।
‘प्यास’ नाम से डा. सुभाषिनी शिवहरे का एक और चर्चित प्रोजेक्ट है जिसके अंतर्गत उनके फाउंडेशन ने कानपुर के पोस्टमार्टम हाउस और कई स्कूलों में वाटर कूलर लगवाएं हैं। स्कूली बच्चों को पानी बोतलें भी बंटवाईं ताकि वे स्कूल में घर से पानी लेकर जाएं। डा. सुभाषिनी शिवहरे का कहना है कि बाजार मे जो पानी की बोतलें मिलती हैं, वैज्ञानिक परीक्षणों में उनमें कई खतरनाक तत्व पाए गए हैं।
डा. सुभाषिनी शिवहरे कहती हैं कि सेवा का यह भाव उन्हें उनके पिता श्री राजकुमार शिवहरे से प्रेरित है जो बांदा के पूर्व विधायक रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता विधायक बनने से पहले और आज जबकि वह विधायक नहीं हैं, जनसेवा के कार्यों में हमेशा आगे रहे है। पिता की प्रेरणा से ही वह भी सामाजिक सेवा के क्षेत्र में आई हैं। डा. सुभाषिनी शिवहरे की शुरुआती शिक्षा बांदा मे ही हुई, कानपुर से उन्होंने बीडीएस की पढ़ाई की। उनका विवाह कानपुर के बिजनेसमैन गौरव खन्ना से हुआ लेकिन शादी के बाद भी उन्होंने अपनी ‘शिवहरे’ पहचान को बरकरार रखा और अब वह पूरा नाम डा. सुभाषिनी शिवहरे खन्ना लिखती हैं। उनके ससुर श्री विजय खन्ना भी कानपुर के प्रतिष्ठित बिजनेसमैन हैं। डा. सुभाषिनी शिवहरे की दो बेटियां हैं अनिका खन्ना और अविका खन्ना। परिवार की जिम्मेदारियों को संभालते हुए समाज के प्रति दायित्व का बखूनी निर्वहन कर डा. सुभाषिनी शिवहरे समाज में मातृशक्ति की मिसाल पेश कर रही हैं।
महानगर में ‘मतदाता जागरूकता अभियान’ हो, या ‘सिंगल यूज प्लास्टिक के लिए जागरूकता’ हो, या फिर ‘गंगा सफाई अभियान’ हो, कानपुर में होने वाली ऐसी किसी भी सोशल ड्राइव में डा. सुभाषिनी शिवहरे पूरी ऊर्जा औऱ जोश के साथ सबसे आगे नजर आती हैं। हाल ही में गोरखपुर में आयकर विभाग में प्रत्यक्ष कर भवन के उदघाटन समारोह हुआ था जिसके आयोजन की जिम्मेदारी डा. सुभाषिनी शिवहरे के एनजीओ ‘सुभाषिनी शिवहरे पाउंडेशन’ को ‘जीरो वेस्ट’ टारगेट के साथ दी गई थी। डा. सुभाषिनी शिवहरे की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शिरकत की थी, और पूरी तरह ‘कूड़ा रहित” रखते हुए इतना बड़े समारोह के सफल आयोजन के लिए उन्हें खासी सराहना भी प्राप्त हुई। डा. सुभाषिनी शिवहरे इसी तरह कानपुर में भी आयकर विभाग, नगर निगम, विकास भवन, पुलिस लाइन, यूनीवर्सिटी, मेट्रो, कानपुर क्लब जैसे कई सरकारी विभागों के साथ मिलकर ‘स्वच्छता अभियान’ चला रही हैं।
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