शिवहरे वाणी नेटवर्क
वाराणसी।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में वाराणसी शहर उत्तरी विधासभा क्षेत्र से विधायक रवींद्र जायसवाल को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जायसवाल के इस्तीफे के बाद रवींद्र जायसवाल को कैबिनेट में शामिल किए जाने के फैसले को कलचुरी समाज को संतुष्ट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल को स्टांप तथा न्यायालय शुल्क का प्रभार दिया गया है। रवींद्र जायसवाल के बारे में खास बात यह है कि उन्होंने विधायक के रूप में न तो अपने पहले कार्यकाल में सैलरी ली और न ही दूसरे कार्यकाल में कोई वेतन ले रहे हैं। वह अपनी सैलरी वाली धनराशि से बिजली के खंभे और सोलर लाइटें खरीदकर विधानसभा क्षेत्र में लगवाते हैं।
वर्ष 2012 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए रवींद्र जायसवाल के पिता रामशंकर जायसवाल संघ के कार्यसेवक थे और उनके पिता का सपना था कि उनका बेटा एक दिन राजनीति के माध्यम से जनता की सेवा करे। एक सितंबर, 1966 को जन्मे रवींद्र जायसवाल ने वीर बहादुर सिंह पूर्वाचंल विश्वविद्यालय से बीए, एलएलबी किया है। पढ़ाई के बाद वकालत करने के दौरान रवींद्र जायसवाल जब राजनीति में आने लगे तो उनके पिता ने एक वायदा लिया था कहा था कि राजनीति का पैसा कभी घर मत लाना। इसके बाद रवीन्द्र जायसवाल ने अपने पिता को यही वायदा किया था जिसे आज भी निभाते हैं। विधायक से मंत्री बने रवीन्द्र जायसवाल आज भी राजनीति को पैसा घर नहीं लाते हैं बल्कि इसे अन्य लोगों की मदद में ही लगाया।
वाराणसी शहर उत्तरी विधानसभा सीट से रवींद्र जायसवाल का लगातार दूसरी बार विधायक चुना जाना क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। 2017 में दूसरी बार विधायक चुने जाने के बाद भी उन्होंने सैलरी नहीं लेना जारी रखा है। प्रतिष्ठित व्यवसायी परिवार से जुड़े रवींद्र जायसवाल के बारे में लोग कहते हैं कि उन्होंने पहले कार्यकाल में अपनी विधानसभा क्षेत्रों में बेहतर बिजली सप्लाई के लिए सैलरी से खंभे खरीदकर उपलब्ध कराए तो दूसरे कार्यकाल में वह सोलर लाइटें लगवाकर गलियों और सड़कों को अंधेरे से मुक्त करने में जुटे हैं। इस कार्य में उन्हें अपनी धर्मपत्नी श्रीमती अंजु जायसवाल की ओर से पूरा सहयोग मिला है। उनका एक बेटा और बेटी है जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
योगी सरकार में मंत्री बनने के बाद रवींद्र जायसवाल को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। फोन पर बातचीत में रवींद्र जायसवाल ने कहा कि वह वाराणसी और पूर्वांचल की प्रगति पर विशेष ध्यान देंगे। काशी और पूर्वांचल की खुशहाली में ही प्रदेश की खुशहाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विकास का संकल्प लिया है। वे अपनी तरफ से इस संकल्प को पूरा करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे।
समाचार
विधायक के रूप में सैलरी नहीं लेते रवींद्र जायसवाल…ऐसे करते हैं क्षेत्र की सेवा….योगी ने बनाया राज्यमंत्री
- by admin
- October 29, 2016
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- 9 years ago


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