रिश्तों को संजो रहा परिवार मिलन..अनोखी पहल के पूरे हुए चार साल
शिवहरे वाणी नेटवर्क
भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बसंतकुंज स्थित भगवान सहस्त्रबाहु मंदिर कलचुरी परिवारों के रिश्तों को संजोने का स्थल बन गया है। यहां हर महीने एक भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें कलचुरी परिवार आपस में मिलते-बतियाते हैं, एक-दूसरे के सुख-दुःख साझा करते हैं। परिवार मिलन कार्यक्रम की यह अनोखी पहल चार साल पूरे कर चुकी है, और कुनबा बढ़ता जा रहा है। महामंडलेश्वर परमानंद गिरि महाराज, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़ी हस्तियां इस कार्यक्रम में शिरकत कर चुकी हैं।
श्री सहस्त्रबाहु कलचुरी महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं राजनीतिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक श्री राजाराम शिवहरे का कहना है कि चार साल पहले महज 12 परिवारों के साथ शुरू किए गए परिवार मिलन समारोह की आयोजन समिति में इस समय 72 परिवार स्थायी रूप से जुड़ चुके हैं, जबकि हर माह भंडारे में सैकड़ों परिवार भाग लेते हैं। जहां तक भंडारे के लिए आर्थिक व्यवस्था का सवाल है, तो इसे सुव्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया जाता है। मसलन आज की बात करें, तो आयोजन समिति में मौजूदा 72 सदस्यों को साल के 12 महीनों के अनुपात में विभाजित कर दिया गया है। यानी हर महीने छह परिवारों पर भंडारे का आर्थिक व्यय वहन करने की जिम्मेदारी होती है। आमतौर पर महीने के तीसरे शनिवार या सरकारी छुट्टी के दिन इसका आयोजन होता है लेकिन किसी खास पर्व या आयोजक परिवार अपनी सुविधा से भी दिन निर्धारित लेते हैं। भगवान सहस्त्रबाहु की पूजा अर्चना और भोग लगाने के बाद ही भंडारा चालू होता है।
मध्य प्रदेश युवा हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलार समाज के मंडल प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील मालवीय कहते हैं कि परिवार मिलन कार्यक्रम कभी समाप्त न होने वाली पहल है। आमतौर पर इस तरह के कार्यक्रमों में लोगों का जोश एक समय के बाद धीरे-धीरे ठंडा पड़ने लगता है, लेकिन परिवार मिलन इसका अपवाद है। और, इसका श्रेय आयोजन के लिए निर्धारित की गई सामूहिक जिम्मेदारी की व्यवस्था को ही जाना चाहिए।
श्री सहस्त्रबाहु महासभा के प्रदेश महामंत्री मोहन जायसवाल का कहना है कि परिवार मिलन कार्यक्रम ने समाज के बिखराव को रोकने का काम किया है। कार्यक्रम में निरंतर इस बात चर्चा और चिंतन किया जाता है कि हम कलचुरी परिवार एक ही समाज के होने के नाते किस तरह एक दूसरे का सहारा बन सकते हैं। इसीलिए हर परिवार मिलन समारोह में इससे जुड़े परिवारों के सदस्यों के बर्थडे और मैरिज एनीवर्सरी जैसे यादगार अवसरो को सेलिब्रेट किया जाता है। हर साल महाशिवरात्रि पर परिवार मिलन का भव्य समारोह आयोजित किया जाता है।
आपको बता दें कि बसंत कुंज स्थित श्री सहस्त्रबाहु मंदिर का 12 हजार वर्ग फुट का विशाल परिसर समाज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना और जागरूकता का प्रतीक बन गया है। 10-15 साल पहले यहां एक वीरान टीला हुआ करता था लेकिन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिलीप सूर्यवंशी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री राजाराम शिवहरे की पहल पर यहां पौधारोपण अभियान शुरू किया गया। हर साल कारगिल विजय दिवस पर 5000 पौधे कारगिर युद्ध में शहीद जवानों की स्मृति में लगाए जाते हैं। आज मदिर का विशाल परिसर हजारों फलदार व छांवदार पेड़ों के साथ फूलों की रंगत से शोभायमान है।
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रिश्तों को संजो रहा परिवार मिलन..अनोखी पहल के पूरे हुए चार साल
- by admin
- October 29, 2016
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