शिवहरेवाणी नेटवर्क
नरसिंहपुर।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं राष्ट्रीय कलचुरी एकता महासंघ के प्रदेश महामंत्री श्री सुरेंद्र राय की हत्या की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। मध्य प्रदेश में नरसिहंपुर जिले के गोटेगांव में बीते रोज हुई इस घटना को लेकर कलचुरी समाज में जबरदस्त रोष है। कलचुरी समाज के आह्वान पर शुक्रवार को गोटेगांव का बाजार पूरी तरह बंद रहा। दोपहर को सुरेंद्र राय की शवयात्रा में सभी वर्गों के लोग उमड़ पड़े। करीब दस हजार लोग लोकप्रिय कांग्रेस नेता को अंतिम विदाई देने के लिए श्मशानघाट पहुंचे। सुरेंद्र राय के किशोरवय पुत्र ने चिता को मुखाग्नि दी। इस बीच पुलिस ने मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य अभी फरार हैं।
इससे पहले शुक्रवार सुबह कलचुरी समाज के लोगों ने शहर में बाइक रैली निकालकर पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। सुरेंद्र राय की हत्या के विरोध में कलचुरी समाज की ओर से जगह-जगह ज्ञापन दिए जा रहे हैं, शोकसभाएं की जा रही हैं। समाजसेवी श्री किशोर राय ने बताया कि तेंदुखेड़ा में एक शोकसभा शनिवार को रखी गई है जिसके बाद एक ज्ञापन एसडीएम तेंदुखेड़ा को सौंपा जाएगा।
कलुचरी समाज ने चेताया है कि यदि तीन दिन में सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, तो बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। साथ ही सुरेंद्र राय के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की। खास बात यह है कि गोटेगांव में पिछले तीन सालों के अंदर कलचुरी समाज के चार लोगों की हत्या हुई है।
फिलहाल कांग्रेस पार्टी के किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र राय की हत्या की घटना ने सूबे की कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। बताते हैं कि मामला ठेकेदारों से अवैध वसूली का है जिसका विरोध करने पर माफियाओं ने सुरेंद्र राय की जान ले ली। जानकारी के मुताबिक, यहां माफियाओं के गुर्गे ठेकेदारों से खुलकर गुंडा टैक्स वसूलते हैं, और दावा यह तक है कि इसकी जानकारी होने के बाद भी पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।
सुरेंद्र राय को हाल ही में बिछिया गांव में एक पुलिया बनाने का ठेका मिला था। बताते हैं कि पुलिया के निर्माण की शुरुआत से ही सुरेंद्र राय पर गुंडा टैक्स देने के लिए दबाव डाला जा रहा था, लेकिन, बदमाशों को उनके आगे दाल नहीं गलती थी। पुलिया का निर्माण पूरा हो गया, केवल संपर्क मार्ग बनाने का काम अभी बचा है। इसके लिए बीते रोज सुरेंद्र राय ने मिट्टी से लदी दो ट्रैक्टर ट्रालियां साइट पर भिजवाईं।
माफिया और उसके गुर्गों ने साइट पर ट्रैक्टर ट्राली रोक ली। ड्राइवर ने इसकी जानकारी सुरेंद्र राय को दी। सुरेंद्र राय तत्काल अपने साथी कमलेश पाठक के साथ वहां पहुंच गए। दूसरी तरफ माफिया के गुर्गे पूरी तैयारी से थे। सुरेंद्र राय के आते ही बदमाशों ने उन पर गोली चला दी। एक गोली सुरेंद्र राय के सीने पर लगी, और वह वहीं गिर पड़े। साथी कमलेश पाठक के कंधे पर गोली लगी।
पुलिस उन्हें तत्काल उपचार के लिए जबलपुर ले गई लेकिन तब तक सुरेंद्र राय की मौत हो चुकी थी। कमलेश पाठक की हालत गंभीर बनी हुई है। शुक्रवार को सुरेंद्र राय की शवयात्रा में मध्य प्रदेश विधासभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, विधायक जालिम सिंह पटेल, संजय शर्मा, पूर्व विधायक सुनील जायसवाल, कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मैथली शरण तिवारी समेत राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की कई हस्तियां मौजूद रहीं।
सुरेंद्र राय की पहचान कलचुरी समाज के एक दबंग, सजग और जांबाज सदस्य के रूप में थी जो समाज के उत्थान के लिए कार्य करने को सदैव तत्पर रहते थे। उनका शुमार जिले के चंद ईमानदार नेताओं में होता था। उन्होंने कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ से जुड़कर किसानों के न्याय की कई लड़ाइयां अपने दम पर लड़ीं। सुरेंद्र राय का एक चौदह वर्षीय पुत्र और सोलह वर्षीय पुत्री है। उनके बड़े भाई श्री राजेंद्र राय इंदौर में अपने परिवार के साथ रहते हैं।
Leave feedback about this