शिवहरे वाणी नेटवर्क
बुरहानपुर।
किसी सामाजिक उद्देश्य के लिए भूमिदान को आज के जमाने में सबसे बड़ा दान माना जा सकता है। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में श्री अरविंद चौकसे ने अपने पिता स्व. श्री मुरलीधर चौकसे की पुण्यतिथि पर यह महादान किया। उन्होंने डोईफोड़िया में कलचुरी समाज का मंगल भवन बनाने के लिए 15642 वर्गफीट जमीन दान की।
बीते रविवार 30 दिसंबर को अरविंद चौकसे ने 10521 वर्गफीट जमीन पिता स्व. मुरलीधर चौकसे और मां चंद्रकांताबाई चौकसे के नाम से दान की। इसके अतिरिक्त 5121वर्गफीट जमीन अपने दादा श्रीपतलाल चौकसे व ताऊ ऊखा चौकसे के नाम से भी दान की।
बता दें कि डोईफोड़िकया कस्बा बुरहानपुर जिला मुख्यालय से नागपुर रोड पर करीब 30 किलोमीटर दूर है। अरविंद चौकसे ने कलचुरी समाज के मंगल भवन के लिए जो जमीन दी है, वह कस्बे के बीचोंबीच नागपुर हाइवे से महज सौ मीटर अंदर है। इस जमीन की वर्तमान बाजार कीमत 500 रुपये वर्ग फीट से अधिक की आंकी जा रही है।
पेशे से किसान श्री अरविंद चौकसे को समाज की निःस्वार्थ सेवा का भाव अपने पिता स्व. श्री मुरलीधर चौकसे से विरासत मे मिला है। स्व. श्री मुरलीधर चौकसे लंबे समय तक डोईफोड़िया के सरपंच रहे और कस्बे के विकास में उनका बड़ा योगदान है। उनकी माताजी चंद्रकांता बाई चौकसे भी सरपंच रह चुकी हैं।
अरविंद चौकसे ने शिवहरे वाणी को बताया कि उनके पिता ने सरपंच रहते हुए ही समाज को दस हजार वर्ग फीट भूमि दान करने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन तब समाज के वरिष्ठ लोगों ने भूखंड दूर होने की बात कही और इसके बाद बात आई-गई हो गई। आज उन्होंने पिता की इस इच्छा पूरी की है। अब इस भूखंड पर निर्माण की योजना बुरहानपुर के समाज अध्यक्ष श्री आनंद चौकसे के मार्गदर्शन में की जाएगी।
अरविंद चौकसे ने समाज के प्रतिष्ठित जनों के समक्ष जमीन दान करने की घोषणा करते हुए उन्हें इसका एक शपथपत्र भी उन्हें सौंपा। कलचुरी समाज में सभी ने अरविंद चौकसे के इस कार्य की मुक्तकंठ से सराहना की। स्थानीय समाजसेवी गौरव चौकसे ने शिवहरे वाणी को बताया कि श्री अरविंद चौकसे जी ने भूमि दान कर दी है जो किसी भी निर्माण की पहली शर्त होती है। अब समाज की जिम्मेदारी होगी कि वह इस भूखंड पर यथाशीघ्र मंगल भवन का निर्माण कराए।
डोईफोड़िया की आबादी करीब 15 हजार है जिनमें कलचुरी समाज की संख्या अनुमानतः करीब 25 प्रतिशत है। इसके बाद भी कसबे में कलचुरी समाज का कोई सामाजिक भवन नहीं है, जिसके चलते समाज के लोगों को शादी-ब्याह या किसी अन्य मांगलिक व सामाजिक कार्यक्रम को करने के लिए बुरहानपुर जाना पड़ता है।
गांव में मंगल भवन बनने के बाद विभिन्न कार्यक्रम कराने के लिए बुरहानपुर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कई वर्षों से इसको लेकर परेशानी झेलना पड़ रही थी। समाज का मंगल भवन नहीं होने के कारण समाजजन को अपने मांगलिक कार्यक्रमों के लिए करीब एक लाख रुपए अतिरिक्त तक खर्च करना पड़ रहे हैं।
अरविंद चौकसे की ओर से भूदान की घोषणा करने के दौरान कार्यक्रम में रामदास शिवहरे, आसाराम राय, हुकुमचंद चौकसे, राजू शिवहरे, विनोद चौकसे, फकीरचंद चौकसे, प्रतीक चौकसे, सुरेश शिवहरे, रविंद्र शिवहरे, आशीष शिवहरे सहित अन्य समाजजन मौजूद थे।
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