शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
घुटने या कूल्हे की समस्या को नजरअंदाज बिल्कुल न करें। ऐसे मामलों में देरी करने पर नौबत घुटना या कूल्हा प्रत्यारोपण तक आ सकती है जो अच्छे खासे खर्चे का काम होता है। आप खुद अथवा आपके परिवार या फिर परिचय में किसी व्यक्ति को घुटने या कूल्हे का दर्द है अथवा कोई और समस्या है, तो रविवार 9 सितंबर को लोहामंडी स्थित मंदिर श्री राधाकृष्ण आइये।
शिवहरे महिला समिति एवं शिवहरे समाज एकता परिषद के संयुक्त तत्वावधान में 9 सितंबर को सुबह 10 बजे से मंदिर श्री राधाकृष्ण में एक चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है जिसमें इंदौर के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. लवेश अग्रवाल मरीजों का निःशुल्क जांच करेंगे। दोपहर 1 बजे तक चलने वाले इस शिविर में मरीजों को राहत के लिए जरूरी परामर्श दी जाएगी, और यदि मरीज की स्थित गंभीर है और उसके लिए प्रत्यारोपण जरूरी लगता है, तो इस शिविर के माध्यम से रियायती दरों पर उनका ऑपरेशन डा. लवेश अग्रवाल द्वारा किया जाएगा।
दरअसल उम्र बढ़ने के साथ साथ जोड़ो में दर्द होना आम समस्या बन चुकी है। घुटने या कूल्हों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारण हड्डियों के बीच मौजूद फ्लूड की कमी होना होता है। फ्लूड की कमी से हड्डिया आपस में रगड़ खाने लगती है, जिससे उनमें क्षरण होने लगता है। 40 वर्ष की उम्र पार कर चुकीं महिलाओं में बाद यह समस्या अधिक होती है क्योंकि उम्र के साथ उनके शरीर का मेटाबोलिज्म तेजी से कम होता है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि किसी कुशल चिकित्सक से तत्काल सलाह लें।
शिविर के संयोजक डा. गौरव गुप्ता ने बताया कि डा. लवेश अग्रवाल घुटना प्रत्यारोपण की विश्व की आधुनिकतम जीरो तकनीक के कुशल जानकार हैं। इस तकनीक की खास बात यह है कि पांच दिन के अंदर मरीज अपने नए घुटने से चलने फिरने लगता है औऱ सामान्य जीवन जीता है। ऑपरेशन के अगले ही दिन मरीज को चलाया-फिराया जाता है। तीसरे दिन सीढ़ी चढ़ाया जाता है, चौथे दिन ही मरीज बाथरूम में जाने लगते हैं। पांचवे दिन मरीज अपने घर जा सकते हैं।
डा. लवेश इंदौर के प्रतिष्ठित विशेष हॉस्पिटल में ज्वाइंट ट्रांसप्लांट सर्जन हैं। वह कई अन्य शहरों में ट्रांसप्लांट यानी प्रत्यारोपण के लिए बुलाया जाता है। आगरा में वह रामरघु अस्पताल में भी उनकी स्पेशल विजिट होती है। शिवहरे महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती आरती शिवहरे एवं शिवहरे समाज एकता परिषद के अध्यक्ष अंशुल शिवहरे ने समाजबंधुओं से शिविर में पहुंचकर डा. लवेश अग्रवाल के परीक्षण एवं परामर्श का लाभ लेने का अनुरोध किया है।
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