शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
वक्त की इस आपाधापी में कभी तो ऐसा लगता है कि लोगों ने इंसानी तकाजे ताक पर रख दिया है, और फिर यदा-कदा घटनाएं अहसास कराती हैं कि हालात इतने भी खराब नहीं हुए हैं, समाज में करुणा का भाव लोगों के ह्रदय में अब भी जिंदा है। बाह के श्री श्यामबाबू शिवहरे एक हादसे की जद में आने के बाद कल तक मौत से जूझ रहे थे, श्रीराधे सेवा समिति उनकी मदद के लिए तत्काल आगे नहीं आती तो हालत और गंभीर हो सकती थी। अपने सेवा भाव के लिए हाल में सेवा रत्न अवार्ड से नवाजी गई श्रीराधे सेवा समिति की ओऱ से 21,000 रुपये की तत्काल सहायता से श्री श्यामबाबू शिवहरे का समय रहते उपयुक्त उपचार और महंगे मेडिकल टेस्ट कराना संभव हो सका। हालांकि उनके उपचार में अभी काफी अधिक धन की आवश्यकता होगी, जिसके लिए श्रीराधे सेवा समिति ने समाज के लोगों से आगे आने की अपील की है।
70 वर्षीय श्री श्यामबाबू शिवहरे आगरा के बाह कसबे में रहते हैं और बाह के बसस्टैंड के बाहर उनकी हलवाई की छोटी सी दुकान है। उनके तीन बेटे थे, एक का देहांत हो चुका है। दो बेटे हैं जो दुकान पर आश्रित हैं। तीन विवाहित बेटियां हैं। कुल मिलाकर परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। बीते शनिवार की दोपहर को उनके मकान की छत गिर गई जिसमें श्री श्यामबाबू शिवहरे बुरी तरह जख्मी हो गए। उनसे सिर, कूल्हे और पसलियों पर गंभीर चोटें आईं। कसबे के कुछ मिलने वालों की मदद से उन्हें आगरा के रामरघु अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों को शंका हुई कि दिमाग में अंदरुनी चोट है, लिहाजा महंगे टेस्ट लिख दिए जो परिवार की क्षमता से बाहर थे। इसी बीच श्रीराधे सेवा समिति को किसी माध्यम से मामले का पता चला।
मामले की गंभीरता को भांपते हुए श्रीराधे सेवा समिति के अध्यक्ष धीरज शिवहरे, मुख्य संरक्षक सुनील शिवहरे, सचिव किशन गुप्ता, उपाध्यक्ष हरीश शिवहरे (गुड़ियल) और कोषाध्यक्ष नीरज शिवहरे तत्काल रामरघु अस्पताल पहुंचे और श्री श्यामबाबू शिवहरे के परिजनों से मिले और उन्हें 21000 रुपये सौंपे।
इस धनराशि से श्यामबाबू शिवहरे के सभी जरूरी टेस्ट कराए गए। हालांकि रिपोर्ट में किसी प्रकार की न्यूरो संबंधी दिक्कत नहीं आई तो परिवार ने राहत की सांस ली। रविवार सुबह तक उनकी हालत में सुधार हुआ और वो वह अब बोलने-चालने लगे हैं। लेकिन पसलियों और कूल्हे में गंभीर चोटे हैं, जिससे उबरने में वक्त लगेगा और पैसा भी। श्रीराधे सेवा समिति ने समाजबंधुओं से श्री श्यामबाबू शिवहरे की सहायता करने की अपील की है।
बता दें कि श्रीराधे सेवा समिति के लिए इस प्रकार की सेवा में आगे आने का यह पहला अवसर नहीं है। इससे पूर्व गत वर्ष शिवहरे वाणी पर एक समाचार प्रकाशित होने पर समिति ने उज्जेन के अभिमन्यु जायसवाल के उपचार के लिए इतनी ही सहायता राशि प्रदान की थी। लेकिन अफसोस., ब्लड कैंसर से पीड़ित अभिमन्यु को बचाया नहीं सका।
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