शिवहरे वाणी नेटवर्क
भोपाल।
किसी भी समाज के विकास के स्तर का आंकलन दरअसल उस समाज में महिलाओं की स्थिति से ही किया जाता है। कलचुरी समाज में महिलाओं के सामाजिक उत्थान और आर्थिक स्वाबलंबन के साथ ही परिवार और समाज में उनकी भूमिका को और सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल मध्य प्रदेश के भोपाल में हुई है। राष्ट्रीय कलचुरी कलार महिला मंडल नाम के एक संगठन का गठन किया गया है, जिसमें हर महिला सदस्य एक सामाजिक कार्यकर्ता की भूमिका में होगी। संगठन अपनी सदस्यों के व्यक्तिगत एवं सामूहिक हक के लिए मिलकर संघर्ष करेगा, उन्हें आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बनाने के प्रयास करेगा और बच्चों की बेहतरी के लिए सकारात्मक एवं अभिवन प्रयास करेगा। इसकी जानकारी महिला मंडल की संयोजिका सुश्री किरण चौकसे ने शिवहरे वाणी को दी है।
आरसी सरकार फाउंडेशन की सुश्री किरण चौकसे ने बताया कि जानी-मानी लोकप्रिय गायिका श्रीमती रश्मि चौकसे को संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है और वही संगठन के लिए आगे की रूपरेखा तय कर रही हैं। महिलाओं को जोड़ने के पीछे मूल भावना यही है कि वे मिलकर अपने हालात से लड़ें, अपने हक की लड़ाई लड़ें। ये महिलाएं एक फोर्स की तरह काम करेंगी। मिसाल के तौर पर कहीं किसी महिला के साथ कुछ अन्याय होता है, या थाने-चौकी में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है, तो सारी महिलाएं एक सामूहिक ताकत के रूप में भ्रष्ट तंत्र के सामने खड़ी हो जाएंगी। यही नहीं, संगठन की सदस्यों को महिला बाल विकास, महिला सशक्तीकरण से जुड़े अन्य राष्ट्रीय संगठनों से भी जोड़ा जाएगा। सुश्री किरण चौकसे के मुताबिक, साथ ही इन महिलाओं को रोजगार परक गतिविधियों से भी जोड़ा जाएगा, ताकि वे आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बन सकें।
सुश्री किरण चौकसे के मुताबिक, क्षेत्रीय इकाइयों का नेतृत्व उस क्षेत्र के संगठन के हाथ में ही रहेगा, इन क्षेत्रीय इकाइयों का गठन लोकतांत्रिक प्रक्रिया से कर दिया गया है। क्षेत्रीय संगठनों में साप्ताहिक गतिविधियां भी शुरू हो चुकी हैं, ताकि महिलाएं सप्ताह में एक बार आपस में मिलें। संगठन की राष्ट्रीय इकाई में नई दिल्ली की दीपा शिवहरे को सचिव नियुक्त किया गया है। महाराष्ट्र के गोंदिया की सुश्री काजल पशीने और मध्य प्रदेश के शिवपुरी की सुश्री मानसी शिवहरे को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। मुंबई की भारती मालवीय को आध्यात्मिक गुरू के रूप में संगठन से जोड़ा गया है।
सुश्री किरण मानना है कि महिलाओं की स्थिति में तभी सुधार संभव है जब वे एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर संगठित हों और अपने बेहतरी के लिए प्रयास करें। अध्यक्ष श्रीमती रश्मि चौकसे जिस शिद्दत से संगठन में काम कर रही हैं और साधारण महिलाओं को जोड़ रही हैं, उससे यह भरोसा पुख्ता हो रहा है कि भविष्य में यह महिलाओं के एक बड़े और प्रभावशाली संगठन के रूप में सामने आएगा।
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