शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
लोहामंडी स्थित मंदिर श्री राधाकृष्ण मंदिर परिसर में आगामी 25 फरवरी रविवार को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। सामाजिक संस्था श्रीराधे सेवा समिति की ओर से आयोजित इस शिविर में साकेत स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल साकेत के विशेषज्ञ चिकित्सक ह्रदय एवं हड्डी संबंधी रोगों पर निःशुल्क परामर्श देने के साथ ही कई महत्वपूर्ण जांचें भी निःशुल्क कराई जाएंगी।
श्री राधे सेवा समिति के अध्यक्ष श्री धीरज शिवहरे ने बताया कि शिविर 25 फरवरी को प्रातः 10 बजे से शुरू होगा और अपराह्न 3.30 बजे तक चलेगा। इसमें ब्लड प्रेशर, रैंडम ब्लड शुगर, बीएमडी, ईसीजी और वजन की जांचें निःशुल्क की जाएंगी। इन जांचों के साथ ह्रदय रोग एवं हड्डी रोग के विशेषज्ञ चिकित्सक निःशुल्क परामर्श भी देंगे। श्री धीरज शिवहरे ने बताया कि शिविर का लाभ लेने के इच्छुक समाजबंधु अपने चिकित्सकीय रिकार्ड जो भी उनके पास हैं, साथ जरूर लाएं ताकि उनकी समस्या का निदान करने में चिकित्सकों को सहूलियत हो।
इस बार में अधिक जानकारी के लिए श्री धीरज शिवहरे से 09837095467 पर कॉल कर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा श्रीराधे सेवा समिति के ही श्री सुनील शिवहरे को 09837039375 पर और श्री हरीश शिवहरे को 09456024792 पर कॉल कर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण हैं ये जांचें
ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी)- ईसीजी से दिल की घड़कनों व उससे निकलने वाली विद्युत तरंगों के जरिये दिल की बीमारी का पता लगाया जाता है। ईसीजी जांच में दिल की धड़कन को विद्युत तरंगों के रूप में देखा जाता है। यह एक सामान्य और सुरक्षित जांच है, जो जांच केंद्र, अस्पताल, प्रयोगशाला पर भी की जा सकती है। आधुनिक तकनीक से की जानी वाली यह जांच इतनी कुशल है कि इसका परिणाम तुरंत ही मिल जाता है।
बीएमडी (बोन मिनरल डेंसिटी टेस्ट)- ऑस्टियोपोरोसिस की जांच के लिए बी.एम.डी टेस्ट कराया जाता है। डॉक्टरों का मानना है कि 40 साल की आयु के बाद हर तीन वर्ष में एक बार बोन डेंसिटी टेस्ट अवश्य कराना चाहिये। ऑस्टियोपोरोसिस का अर्थ अस्थिसुषिरता या हड्डियों के क्षरण से है। हमारी हड्डियां कैल्शियम, फॉस्फोरस और प्रोटीन के अलावा कई तरह के मिनरल्स से मिल कर बनी होती है। अनियमित जीवनशैली और बढ़ती उम्र के साथ-साथ ये मिनरल खत्म होने लगते हैं, जिससे हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है और वे घिसने और कमजोर होने लगती हैं। बीएमडी जांच से हड्डियों की इस क्षति का पता चलता है।
वजनः शरीर का वजन यदि तेजी से घट रहा है तो सतर्क हो जाने की जरूरत है। वहीं यदि वजन अधिक है तो ह्रदय की सेहत के लिए ठीक नहीं है। लिहाजा शरीर का वजन लेते रहना चाहिए। शरीर की अन्य जांचों के लेने वजन पर समस्या के मूल कारण तक पहुंचना भी आसान हो जाता है।
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