शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
राजनीति में ऐसे नेताओं की भरमार हो गई है, जो नित नए वादे करते हैं, कसमें खाते हैं लेकिन कुछ ही दिनों में वे झूठे साबित हो जाते है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा मंत्री श्रीमती अनुपमा जायसवाल अपनी एक प्रतिज्ञा को निभाने के लिए चर्चा में हैं, जिसे पूरा करना आसान नहीं था। इस बार हाड़ गला देने वाली सर्दी पड़ी, उत्तर के मैदानी इलाकों में कई जगह पारा लगभग शून्य तक चला गया, फिर भी उन्होंने पूरे सीजन स्वेटर नहीं पहना। अंततः वादा पूरा करके बाद ही 26 जनवरी को उन्होंने स्वेटर पहना। 3 जनवरी को अनुपमा जायसवाल का जन्मदिन है। इस अवसर पर बताते हैं उनकी इस भीष्म प्रतिज्ञा की पूरी दास्तानः
दरअसल उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को अपने एक फैसले के तहत सरकारी प्राइमरी स्कूल के एक करोड़ 54 लाख बच्चों को सर्दी में स्वेटर देना था लेकिन निर्धारित समय के बाद भी सरकार अपनी इस घोषणा को अमलीजामा नहीं पहना सकी। इसे लेकर योगी सरकार विरोधियों के हमले के घेरे में आ गई थी। ऐसे में विभागीय मुखिया होने के नाते अनुपमा जायसवाल ने प्रतिज्ञा ली थी कि जब को स्वेटर का वितरण शुरू नहीं होने तक वह स्वयं स्वेटर नहीं पहनेंगी।
बीते जनवरी माह के मध्य में बच्चों को स्वेटर वितरण का काम शुरू हो गया। बेसिक शिक्षा मंत्री बीती 26 जनवरी को बहराइच नगर पालिका मैदान में एक समारोह में भाग लेने पहुंचीं, तो वहां सिद्धनाथ पीठ के महामंडलेश्वर रवि गिरि जी महाराज ने उन्हें स्वेटर पहनाया। मंत्री ने अपना संकल्प पूरा करने पर राहत की सांस ली। मंत्री ने बताया कि स्वेटर पहनना मेरे लिए कोई बहुत बड़ी बात नही है। लेकिन बच्चों का स्वेटर ना पहनना एक संवेदना से जुड़ा मामला था। जिससे मुझे लगा कि बच्चों को स्वेटर नहीं मिला इसलिए विभाग का मुखिया होने के नाते मुझे स्वेटर पहनने का अधिकार नहीं हैं। खास बात यह है कि दिसंबर में अनुपमा जायसवाल नेपाल की राजधानी काठमांडू भी गई थीं जहां कड़ाके की सर्दी पड़ती है लेकिन वहां भी उन्होंने स्वेटर नहीं पहना था।
खबरे जरा हटके
आज जन्मदिन पर विशेषः हाड़ गला देने वाली सर्दी में भी अनुपमा जायसवाल ने नहीं पहना स्वेटर..जानिये क्यों
- by admin
- October 29, 2016
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