by Som Sahu December 20, 2017 घटनाक्रम 334
शिवहरे वाणी नेटवर्क
रायपुर |
सरकार ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर जोर दे रही है लेकिन ऑनलाइन ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। अफसोस की बात यह है कि हमारे देश में ऐसा कोई ठोस मैकेनिज्मम या तंत्र नहीं है, जो ऐसे मामलों में पीड़ितों को शीघ्र राहत दे सके। ऑनलाइन ठगी के मामले में अपराधियों के पकड़ में आने का अनुपात बहुत कम है। ऑनलाइन ठगी के नए शिकार हुए अनिल कुमार शिवहरे जो रेलवे में इंजीनियर हैं। ऑनलाइन ठगों ने उन्हें एक लाख रुपये की चपत लगा दी।
अनिल कुमार शिवहरे (53) रायपुर में डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में रहते हैं। बीते रोज सुबह करीब सात बजे उन्होंने मोबाइल में खाते से पैसे निकाले जाने का मैसेज देखा तो दंग रह गए। एटीएम कार्ड उनके ही पास था। उन्होंने तत्काल एसबीआई के एटीएम से मिनी स्टेटमेंट निकाला तो देखा कि उनके खाते से 20-20 हजार रुपए के चार ट्रांजेक्शन किए गए और 21 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर कुल 1.01 लाख रुपए निकाल लिए गए थे। खास बात यह है कि उनके पास ऐसा कोई कॉल भी नहीं आया जिससे उन्हें संदेह हो। तब श्री शिवहरे ने बैंक में जाकर खाता ब्लॉक कराया और पुलिस में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
वैसे यह कोई नया मामला नहीं है, और इस तरह की ठगी के मामले आए दिन हो रहे हैं। इसकी एक वजह ऑनलाइन लेनदेन में सुरक्षा संबंधी सजगता और उपायों की जानकारी बहुत कम लोगों को हैं। आइये बताते हैं कुछ टिप्स, ताकि आप ऑनलाइन ठगी का शिकार न हो सकेंः-
1. इंटरनेट सिक्यूरिटी : इंटरनेट में खरीदारी करते वक्त इंटरनेट सिक्युरिटी बेहद जरूरी है। किसी अनजान साइट से ट्रांजेक्शन न करें।
2. अगर आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं तो अपने क्रेडिट कार्ड व नेटबैंकिंग का पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें। पासवर्ड को मजबूत रखें, ताकि कोई ब्रेक न कर पाए।
3. साइबर कैफे या किसी अन्य कंप्यूटर्स से इंटरनेट बैंकिंग न करें। स्पैम जैसे मैसेज को तुरंत डिलीट कर दें। दोस्तों व परिजनों को ऐसी ठगी की जानकारी दें।
4. ईमेल, व्हॉट्सएप या फिर फेसबुक मैसेंजर पर आने वाले ईनामी लॉटरी या कैश प्राइस के मैसेजिस को पूरी तरह से इग्नोर करें। ऐसे मैसेज आपकी निजी जानकारी चुरा लेते हैं और बाद में इसका गलत इस्तेमाल करते हैं।
5. ध्यान रखें कि कोई भी बैंक ईमेल, फोन या एसएमएस पर आपकी निजी जानकारी नहीं लेता, इसलिए इन माध्यमों से यह जानकारी बिल्कुल न दें।
6. इस तरह की जानकारी फोन पर भी न दें। अक्सर देखा जाता है कि ठगी करने वाले लोग एटीएम कार्ड ब्लाक होने या किसी अन्य बहाने से फोन पर जानकारी मांगते हैं। सावधान रहे।
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