by Som Sahu December 04, 2017 राजनीति 280
- पीलीभीत में प्रभात के परिवार, पूरनपुर से लल्लन और बिलसंडा के अटल के परिवार से बने लगातार तीसरी बार चेयरमैन
शिवहरे वाणी नेटवर्क
पीलीभीत।
हाल में हुए उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनावों में पीलीभीत में तीन जायसवाल कलचुरी परिवारों ने अपने राजनीतिक प्रभाव को साबित किया है। इन तीनों परिवारों ने नगर निकाय चुनावों में हैट्रिक लगाई है। खास बात यह है कि ये तीनों ही परिवार अलग-अलग राजनीतिक दलों से संबंध रखते हैं।
पहले बात करते हैं पीलीभीत नगर पालिका की। यहां पहली बार चुनाव मे किसी परिवार की हैट्रिक लगी है। यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व चेयरमैन प्रभात जायसवाल की धर्मपत्नी विमला जायसवाल पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। इससे पहले वर्ष 2007 और 2012 में हुए चुनाव में स्वयं प्रभात जायसवाल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चेयरमैन यानी पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। इस बार पीलीभीत नगर पालिका परिषद सीट के महिला के लिए आरक्षित पर उन्होंने अपनी पत्नी विमला जायसवाल को चुनाव मैदान में उतारा।
पीलीभीत जिले की पूरनपुर नगर पालिका परिषद में भी ऐसा ही हुआ। यहां भाजपा प्रत्याशी प्रदीप जायसवाल उर्फ लल्लन निर्वाचित घोषित किए गए हैं। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के खास कार्यकर्ताओं में शुमार लल्लन की धर्मपत्नी वर्षारानी वर्ष 2007 में यहां पालिका अध्यक्ष बनी थीं, जब यह सीट महिला आरक्षित थी। 2012 में सीट के सामान्य होने पर लल्लन खुद चुनाव लड़े और चेयरमैन बने। अब एक बार फिर वह चुने गए हैं।
इसी तरह नगर पंचायत बिलसंडा में बसपा प्रत्याशी अटल जायसवाल चेयरमैन चुने गए हैं। 2012 में भी वह चेयरमैन चुने गए थे। इससे पहले 2007 में यह सीट महिला आरक्षित थी और तब उनकी धर्मपत्नी मंजू जायसवाल चुनाव लड़ी और चेयरमैन चुनी गई।
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